अंबाला शहर के सिविल हॉस्पिटल की फाइल फोटो
हरियाणा के अंबाला जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए एक बड़ी राहत भरी खबर आई है। अब आंखों की जांच के लिए ग्रामीणों को अंबाला सिटी, कैंट या निजी अस्पतालों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे।
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स्वास्थ्य विभाग ने चौड़मस्तपुर, बराड़ा, मुलाना और शहजादपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) में सप्ताह में एक दिन नेत्र जांच सुविधा शुरू करने का फैसला किया है।
यह सुविधा राष्ट्रीय अंधता एवं दृष्टि हानि नियंत्रण कार्यक्रम (NPCBVI) के तहत शुरू की जा रही है। योजना के अनुसार, जिन सीएचसी में अब तक नेत्र विशेषज्ञ या आप्टोमैट्रिस्ट की सुविधा उपलब्ध नहीं थी, वहां अब सिटी, कैंट और नारायणगढ़ अस्पतालों से डॉक्टरों को तैनात किया जाएगा।
सप्ताह में एक दिन जांच, 5 रुपए शुल्क
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, अब ग्रामीण मरीजों को केवल 5 रुपए में आंखों की जांच की सुविधा मिलेगी। साथ ही, जरूरत पड़ने पर मुफ्त दवाएं भी प्रदान की जाएंगी। जांच सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक की जाएगी। यह कदम ग्रामीणों के लिए बड़ी राहत साबित होगा, क्योंकि अब उन्हें आंखों की किसी भी समस्या के लिए दूर शहर नहीं जाना पड़ेगा।
स्वास्थ्य विभाग ने जारी किए निर्देश
विभाग ने सभी संबंधित सीएचसी को पर्याप्त मात्रा में नेत्र रोग संबंधी दवाओं का स्टॉक बनाए रखने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा, जांच के लिए आवश्यक उपकरण और आधारभूत सुविधाएं भी सुनिश्चित की जा रही हैं। यदि किसी दिन नियुक्त चिकित्सक अवकाश पर होंगे, तो उन्हें एनपीसीबीवीआई नोडल अधिकारी डॉ. राजेश गुप्ता को सूचित कर अपनी ड्यूटी एडजस्ट करनी होगी ताकि मरीजों को किसी तरह की परेशानी न हो।
विशेषज्ञों का रोस्टर तैयार
नेत्र सर्जन डॉ. कुलविंद्र चौधरी ने बताया कि हरियाणा स्वास्थ्य विभाग निदेशालय के निर्देशों के तहत इस योजना को लागू किया गया है। सभी डॉक्टरों और आप्टोमैट्रिस्ट का साप्ताहिक रोस्टर तैयार कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की यह पहल ग्रामीण इलाकों के मरीजों के लिए बेहद उपयोगी साबित होगी। अब हर गांव और कस्बे के मरीजों को समय पर नेत्र जांच और उपचार मिलेगा।