बच्चे को लेकर असम भागने की फिराक में थी, तभी क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया।
सूरत शहर में बच्चे की चाहत में अपहरण का एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। वलसाड के लीलापुर गांव की रहने वाली 50 वर्षीय विधवा महिला को बच्चे की चाहत थी। इसके लिए वह तीन दिन तक वडोदरा, हलोल और सूरत भटकती रही।
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आखिरकार, उसने सूरत के लालगेट इलाके के फुटपाथ पर सो रहे 4 साल के बच्चे का अपहरण कर लिया और ट्रेन से वलसाड भाग गई। सूरत क्राइम ब्रांच ने 3 दिन में 800 से 1000 सीसीटीवी फुटेज की जांच की और महिला को असम भागने से पहले ही गिरफ्तार कर बच्चे को सकुशल छुड़ा लिया।
पुलिस हिरासत में आरोपी महिला सुरेखाबेन।
बच्चा किडनैप करने तीन शहरों में पहुंची आरोपी महिला का नाम सुरेखाबेन संजयभाई नायका है, उसके पति का निधन 20 साल पहले हो गया था। उसका एक 25 वर्षीय बेटा भी है, लेकिन वह उसके साथ नहीं रहता। पति की मौत के बाद सुरेखा ने असम के एक व्यक्ति से शादी की थी, लेकिन बच्चा नहीं हुआ। इसके चलते बच्चा पाने की चाहत में उसने किसी बच्चे के अपहरण का प्लान बनाया।
सुरेखा 26 सितंबर 2025 को वलसाड से निकली और 28 सितंबर 2025 तक अकेले छोटे बच्चे की तलाश में घूमती रही। पहले वडोदरा और हालोल से पावागढ़ भी गई थी। वहां भी एक बच्चे की किडनैपिंग की कोशिश की, लेकिन नाकाम रही। इसके बाद वह सूरत पहुंची।

किडनैप किए हुए बच्चे के माता-पिता।
28 सितंबर 2025 की शाम करीब 5 बजे, उसकी नजर लालगेट इलाके में इंडिया बेकरी के पास फुटपाथ पर सो रहे 4 साल के बच्चे पर पड़ी। बच्चे की मां शाहिस्ता अकबर शहादत शेख (उम्र 20) रविवार बाजार में कपड़े खरीदने गई थी।
जब वह शाम 6 बजे लौटी, तो बच्चा वहां नहीं था। सुरेखाबेन ने आसपास कोई न होने का फायदा उठाकर बच्चे का अपहरण कर लिया और सूरत रेलवे स्टेशन से ट्रेन पकड़कर अपने गांव वलसाड चली गई।

फुटेज में महिला को बच्चे के साथ अलग-अलग रेलवे स्टेशनों पर नजर आई।
7 अधिकारी और 50 कर्मियों की टीम लगाई क्राइम ब्रांच के डीसीपी भावेश रोजिया ने बताया कि क्राइम ब्रांच की 7 अधिकारियों और 50 से अधिक कर्मियों की टीम ने तत्काल एक्शन प्लान बनाया।
टीम ने घटना स्थल से लेकर मुंबई और वडोदरा तक के रेलवे स्टेशनों के 800 से 1000 सीसीटीवी कैमरे खंगाले। इन फुटेज में अपहरणकर्ता महिला को बच्चे के साथ अलग-अलग रेलवे स्टेशनों पर जाते हुए देखा गया था।