दुर्ग रेंज पुलिस ने नशे के कारोबार और अपराधियों पर नकेल कसने के लिए अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की है। ‘एक युद्ध नशे के विरुद्ध’ अभियान के तहत बीते 24 घंटे में रेंज के तीनों जिलों दुर्ग, बालोद और बेमेतरा में एक साथ 250 से अधिक स्थानों पर छापेमारी की
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रात में ही पुलिस की टीम बनाकर अलग-अलग क्षेत्रों में रवाना किया गया।
इस दौरान 200 से ज्यादा आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। उनके कब्जे से 26 किलो गांजा, 126 लीटर शराब और नशे में इस्तेमाल होने वाली टेबलेट्स जब्त की गईं। इस ऑपरेशन के लिए 80 से अधिक टीमें बनाई गईं, जिनमें करीब 500 जवान शामिल थे। अभियान का मकसद छोटे-छोटे नेटवर्क को तोड़कर मोहल्लों और दुकानों से होने वाले नशे के कारोबार को खत्म करना था।
तीनों जिलों में इस तरह हुई कार्रवाई
1. दुर्ग : दुर्ग जिले में सबसे बड़ी कार्रवाई हुई। पुलिस ने यहां 160 से अधिक जगहों पर दबिश देकर कुल 120 आरोपियों को गिरफ्तार किया। इनमें 16 मामले एनडीपीएस एक्ट, 23 आबकारी एक्ट और 89 प्रतिबंधात्मक कार्रवाई में दर्ज किए गए।

दुर्ग जिले के सुपेला थाना में पुलिस ने शराब बेचने वाले आरोपियों को किया गिरफ्तार।
2. बालोद : बालोद जिले में करीब 50 ठिकानों पर छापेमारी की गई। यहां से पुलिस ने कुल 31 आरोपियों को पकड़ा। इनमें से 4 को एनडीपीएस एक्ट, 4 को आबकारी एक्ट और 23 आरोपियों को प्रतिबंधात्मक कार्रवाई के तहत गिरफ्तार किया गया।

बालोद में पुलिस के आला अफसरों के मार्गदर्शन में बनी टीम ने की कार्रवाई।
3. बेमेतरा : बेमेतरा जिले में पुलिस ने 60 स्थानों पर दबिश दी और 39 लोगों को गिरफ्तार किया। इनमें भी कई पुराने आदतन आरोपी शामिल हैं।

शराब बेचने वाले आरोपियों के पास से जब्त की गई शराब की बोतलें।
बड़ी मात्रा में नशे का जखीरा जब्त
इस बड़े अभियान में पुलिस ने करीब 26 किलो गांजा जब्त किया। इसके अलावा 126 लीटर अवैध शराब और नशीली दवाएं और टैबलेट बरामद की गईं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जब्त किए गए नशे का बाजार मूल्य लाखों रुपए है और इसके पीछे का नेटवर्क पूरी तरह से खत्म करने के लिए आगे भी लगातार दबिश दी जाएगी।
नशे की वजह से ही हो रहे अपराध
मामले का खुलासा करते हुए आईजी ने बताया कि दुर्ग रेंज में लगातार नशे के कारण अपराध बढ़ने की शिकायतें मिल रही थीं। खासकर गांजा, टैबलेट और अवैध शराब ने युवा वर्ग को अपनी गिरफ्त में ले लिया है। इस वजह से चोरी, लूट और मारपीट जैसे अपराध भी तेजी से बढ़े हैं। पुलिस का यह अभियान इन सभी पर नकेल कसने की दिशा में अहम माना जा रहा है।
छापेमारी से जुड़े कई मामलों की जांच जारी
इधर नशे के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई में आगे और भी कई अहम खुलासे हो सकते हैं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह आंकड़ा शुरुआती है। छापेमारी से जुड़े कई मामलों की जांच अभी जारी है।

पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) दुर्ग रेंज रामगोपाल गर्ग के निर्देश पर की गई कार्रवाई।
आईजी गर्ग ने कहा कि यह कार्रवाई केवल शुरुआत है। नशे का कारोबार करने वालों की लिस्ट पहले से तैयार की जा रही थी। अब उन पर लगातार कार्रवाई होगी। जिले के हर गली और मोहल्ले से नशे का धंधा खत्म करना ही इस अभियान का लक्ष्य है।