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नगर पंचायत राहौद में शनिवार, 6 दिसंबर को आयोजित रावत नाच महोत्सव इस बार पूरी तरह सीलपहरी दल के नाम रहा। परंपरा, ताल और ऊर्जा के शानदार संगम के साथ सीलपहरी दल ने ऐसी प्रस्तुति दी कि पूरा मैदान तालियों से गूंज उठा।
निर्णायक मंडल ने इसे सर्वसम्मति से सर्वोत्तम प्रदर्शन माना। नतीजा—सीलपहरी दल को प्रथम पुरस्कार ₹21,000 मिला। वहीं गीरसा दल ने बेहतरीन ताल-मुद्राओं से दर्शकों को आकर्षित कर ₹17,000 का द्वितीय पुरस्कार जीता। मुख्य अतिथि भाजपा जिला अध्यक्ष अम्बेश जागड़े ने कहा कि रावत नाच सिर्फ एक कला नहीं, बल्कि पीढ़ियों से चली आ रही सांस्कृतिक धरोहर है। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन कलाकारों को मंच देते हैं और समाज को अपनी परंपराओं को करीब से समझने का अवसर मिलता है। विशिष्ट अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष सत्यालता आनंद मिरी ने लोककलाओं के संरक्षण पर जोर दिया।
अध्यक्ष प्रतिभा मोनू कश्यप ने कहा कि रावत नाच हमारी पहचान है, इसे बचाना समय की आवश्यकता है। कार्यक्रम में संतोष लहरें, पूर्व विधायक प्रत्याशी संतोषी मनोज, नगर पंचायत खरौद अध्यक्ष गोविंद यादव, शिवरीनारायण नगर पंचायत अध्यक्ष राहुल थवाईत, राहौद उपाध्यक्ष गयाराम चंदेल, सभापति संतोष यादव, अमित अनंत, राजेश यादव, कीर्ति सोनी, इंदू मनहर, योगेश देवांगन, नर्सिंग गोंड, नेहा अग्रवाल, अवंतिका गुप्ता और पूर्व पार्षद विमल मनहर सहित कई जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।
पारंपरिक उत्साह से सराबोर रहा पूरा नगर राहौद नगर पंचायत परिसर में सुबह से ही उत्सवमय माहौल था। दूर-दराज के गांवों से आए कलाकार परंपरागत परिधानों, ढोल-नगाड़ों की थाप और सामूहिक नृत्य शैली के साथ पहुंचे। हर प्रस्तुति में छत्तीसगढ़ की लोक-आत्मा झलकती रही। युवा से लेकर बुजुर्ग तक सभी रावत नाच की लय में डूबे नजर आए।



