सोनीपत में छापेमारी अभियान से पहले राई रेस्ट हाउस में सभी टीम इकट्ठा हुई।
ग्रेप-3 के तहत बढ़ते वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए सोनीपत जिला प्रशासन व सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ने शुक्रवार सुबह बड़ी संयुक्त कार्रवाई शुरू की। जिले में चल रहे प्रदूषणकारी उद्योगों पर शिकंजा कसते हुए प्रशासन ने व्यापक पैमाने पर छापेमा
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ग्रेप-3 की सख्त पालना सुनिश्चित करने के लिए जिला प्रशासन ने बड़े स्तर पर ऑपरेशन शुरू किया। प्रदूषण कम करने के लिए औद्योगिक इकाइयों में उत्सर्जन और नियमों की अनदेखी पर कड़ी नजर रखी जा रही है। लगातार अलग-अलग टीम जांच कर कार्रवाई कर रही हैं।
सोनीपत डीसी और डीसीपी कार्रवाई को लेकर रणनीति बनाते हुए।
शीर्ष अधिकारियों की निगरानी में उतरी 19 टीमें
जिले में प्रदूषण फैलाने वाले उद्योगों की पहचान कर बड़े पैमाने पर छापेमारी की गई। टीमों ने उत्पादन प्रक्रिया, प्रदूषण नियंत्रण उपकरण और कचरे के निपटारे की स्थिति की बारीकी से जांच की। डीसी सुशील सारवान, डीसीपी नरेन्द्र कादियान और जिले के चार एसडीएम की अगुआई में कुल 19 टीमें मैदान में उतरीं। हर टीम को अलग-अलग औद्योगिक क्षेत्रों में जांच और कार्रवाई की जिम्मेदारी सौंपी गई।
55 अधिकारी और भारी पुलिस बल साथ
इस अभियान में 55 अधिकारियों के साथ भारी पुलिस बल को भी शामिल किया गया। टीमों की सुरक्षा और कार्रवाई की निष्पक्षता को ध्यान में रखते हुए पर्याप्त पुलिस तैनात की गई। सुबह 7 बजे राई रेस्ट हाउस में सभी अधिकारी एवं पुलिस बल को इकट्ठा किया गया, जहां मौके पर ही पूरी कार्रवाई की ब्रीफिंग दी गई। अधिकारियों को छापेमारी और जांच प्रक्रिया के लिए आवश्यक निर्देश समझाए गए।
डीसी ने मौके पर ही गठित की टीमें
राई रेस्ट हाउस में ही तत्काल टीमें गठित की गईं। डीसी सुशील सारवान ने सभी टीमों को दिशा-निर्देश देते हुए सख्त कार्रवाई करने के आदेश दिए। इसके बाद टीमें अलग-अलग औद्योगिक क्षेत्रों की ओर रवाना कर दी गईं।



