जालंधर कैंट से कांग्रेस विधायक परगट सिंह।
पंजाब सरकार की तरफ से करवाए गए बच्चों के मॉक विधानसभा सेशन को लेकर सवाल उठ रहे हैं। जालंधर कैंट से कांग्रेस विधायक परगट सिंह ने इंस्टा पर इस सेशन को लेकर सरकार को घेरा है। उन्होंने बच्चों के मॉक विस सेशन को लेकर 2 वीडियो पोस्ट कर लिखा है कि हम बच्चों
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ये वीडियो 13 साल पुराना है। इस वीडियो के जरिए भी सरकार पर कटाक्ष किया गया था।

ये वीडियो पंजाब सरकार के करवाए बच्चों के मॉक विस सत्र का है। इसमें मुद्दों पर चर्चा से ज्यादा बहसबाजी के कांग्रेस ने सवाल उठाए हैं।
परगट सिंह ने कहीं 3 अहम बातें आप सरकार को ध्यान से फिर मॉक सेशन देखना चाहिए ः MLA परगट सिंह ने कहा कि मैं 13 साल पुराना एक वीडियो शेयर कर रहा हूं। इसे तब से एक अखबार ने जारी किया था। ये वीडियो आप सरकार द्वारा करवाए बच्चों के मॉक विधानसभा सेशन से मेल खाता है। इस वीडियो में भी बच्चे मॉक सेशन में लड़ते नजर आते हैं। परगट सिंह ने वीडियो कैप्शन में लिखा- राजनेताओं, शिष्टाचार के साथ पेश आइए। देश का युवा आपको देख रहा है। सीएम भगवंत मान और पूरी आम आदमी पार्टी को वह मॉक विधानसभा सत्र ध्यान से देखना चाहिए, जिसे उन्होंने स्कूल के बच्चों से करवाया।
बच्चे तमाशबीन राजनीति से क्या सीखेंगे ः MLA परगट सिंह ने कहा कि स्कूल के बच्चों के मॉक विधानसभा सत्र से मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी की गंभीर सोच दिखनी चाहिए थी। इस सेशन में हुई तमाशेबाज राजनीति से बच्चे क्या सीख रहे हैं? शिक्षकों द्वारा भी वर्तमान नेताओं की नकल सिखाने की बजाय, बच्चों को पंजाब के गंभीर मुद्दों पर आपसी प्यार के साथ चर्चा करवाना ज्यादा बेहतर होता। शायद वह चर्चा सुनकर वर्तमान सरकार भी अपनी विधानसभा की कार्यप्रणाली पर विचार करती। यदि स्पीकर सचमुच नई पीढ़ी को राजनीतिक प्रक्रिया से जोड़ना और सिखाना चाहते हैं तो पंजाब यूनिवर्सिटी के छात्र समूहों को लेकर इस तरह के मॉक सत्र कराए जाने चाहिए।
मॉक सेशन को भी प्रताप बाजवा वर्सेज भगवंत मान किया ः जालंधर कैंट विधायक परगट सिंह ने कहा कि सालों पहले भी विधानसभा में और लोकसभा में वही हो रहा था जो आज हो रहा है। भगवंत मान ने एक दिन के लिए बच्चों का जो सेशन लगाया था, उसमें भगवंत मान वर्सेज प्रताप सिंह वाजवा कर दिया था। बच्चे वही सीखेंगे जो सिखाया जाएगा। नहीं तो वही करेंगे जो पहले पार्लियामेंट हो रहा था। बच्चों को सेशन में अच्छा विहेव करना सिखाना चाहिए। पंजाब के अच्छे मुद्दों पर बताना चाहिए था। पंजाब के मुद्दे उठाने चाहिए थे, ताकि बच्चे उनको समझ पाते। हम बच्चों को क्या सिखा रहे हैं, ये बच्चे ही कल के नेता होंगे और विधानसभा और पार्लियामेंट का माहौल आगे भी तू-तू मैं-मैं वाला रहने वाला है।



