गुजरात में राजनीतिक चंदे के नाम पर टैक्स चोरी करने वालों पर कुछ महीने पहले छापेमारी हुई थी। इसकी जांच के बाद अब चंदा लेने वाली पार्टियों पर भी शिकंजा कसा जा रहा है। अहमदाबाद के अलावा राजनीतिक चंदे के नाम पर पैसा गबन करने वालों पर गांधीनगर में 3 जगहों
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गांधीनगर में पुलिस सुरक्षा के साथ आयकर विभाग की टीम बुधवार सुबह ही भारतीय राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख संजय विट्ठल गजेरा के घर और ऑफिस पर छापेमारी की। आयकर विभाग की टीम सशस्त्र पुलिसकर्मियों के साथ सेक्टर 26, किसाननगर स्थित उनके घर की तलाशी ले रही है।
वहीं, अन्य टीमों ने सेक्टर 11 स्थित मेघ मल्हार के कार्यालय और ड्राइवर के ग्रीनसिटी स्थित घर पर छापेमारी की है। फिलहाल आयकर विभाग की टीम संजय गजेरा के घर पर साक्ष्यों सहित दस्तावेजों, अचल-चल संपत्ति की जांच कर रही है।
संजय गजेरा के ड्राइवर के मोबाइल से मिले सबूत चुनाव आयोग ने हाल ही में ऐसी पार्टियों को फटकार लगाई थी और उन्हें अमान्य घोषित कर दिया था। देखा गया कि छोटी-छोटी दुकानें या कार्यालय चलाने वाली ऐसी पार्टियों द्वारा राजनीतिक चंदे के नाम पर कर चोरी का बड़ा खेल खेला जा रहा था।
गांधीनगर में भारतीय राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख संजय विट्ठलभाई गजेरा के घर और कार्यालय पर आयकर विभाग के छापे के संबंध में सूत्रों ने बताया कि पार्टी के मूल संस्थापक विट्ठल गजेरा हैं। कोरोना के दौरान उनकी मृत्यु के बाद, पार्टी का पूरा प्रबंधन संजय गजेरा के हाथों में आ गया।

एक हिस्सा संजय गजेरा को मिलता था विट्ठल गजेरा राजनीतिक रूप से जागरूक हुए और भारतीय राष्ट्रीय जनता दल पार्टी के संपर्क में आए। और किसी तरह विट्ठल गजेरा राष्ट्रीय अध्यक्ष बन गए। उन्होंने गांधीनगर समेत पूरे गुजरात में पार्टी की नींव रखी। हालांकि, कोरोना काल में विट्ठल गजेरा के निधन के बाद, पार्टी की कमान उनके बेटे संजय गजेरा के हाथों में आ गई। जो ज़्यादा पढ़े-लिखे नहीं हैं। माना जाता है कि पार्टी के नाम पर करोड़ों की आय हवाला के ज़रिए भेजी गई थी। जिसका कुछ प्रतिशत संजय गजेरा को मिला।

अहमदाबाद, गांधीनगर, राजकोट समेत कई शहरों में छापे आयकर विभाग ने अहमदाबाद में एक दर्जन से अधिक स्थानों पर छापेमारी की है, जिसमें ऐसी पार्टियों से जुड़े नेताओं को निशाना बनाया गया है। आयकर विभाग के सूत्रों ने बताया कि छापेमारी में अहमदाबाद के अलावा सूरत, वडोदरा, राजकोट समेत कई शहरों के अधिकारियों की टीमें शामिल हैं।
छापेमारी में करोड़ों रुपये के वित्तीय लेनदेन और कर चोरी का खुलासा हो सकता है। चेक के माध्यम से दान के नाम पर बड़ी राशि प्राप्त करने के बाद कमीशन काटकर नकद वापस कर देना कर चोरी का एक तरीका है। गुजरात के अहमदाबाद, गांधीनगर और सौराष्ट्र के जूनागढ़ जैसे शहरों में छापेमारी की गई है। हालांकि, विभाग की ओर से कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। इस कार्रवाई से राजनीतिक क्षेत्र में हड़कंप मच गया है।



