इंदौर महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने देपालपुर का दौरा किया।
इंदौर के अनुभव से देपालपुर को संवारने का प्लान तैयार किया जा रहा है। 100 दिन में स्वच्छ नगर परिषद बनाने का संकल्प लिया गया है। इसके साथ ही विधायक मनोज पटेल ने घोषणा की है कि यहां के सबसे स्वच्छ वार्ड को 11 लाख रुपए का नगद पुरस्कार दिया जाएगा।
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शनिवार को भारत सरकार द्वारा स्वच्छता अभियान के अंतर्गत स्वच्छता में सुपर शहर को एक अन्य शहर या गांव को स्वच्छ बनाने की जिम्मेदारी देने का निर्णय लिया गया था, उसी के अंतर्गत देश का सबसे स्वच्छ शहर इंदौर अब अपने नजदीकी विधानसभा क्षेत्र देपालपुर को भी स्वच्छता में नंबर वन बनाने का जिम्मा उठाएगा। इस दिशा में इंदौर नगर निगम और देपालपुर नगर परिषद के बीच एमओयू सिग्नेचर सेरेमनी कार्यक्रम में एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए थे। इसमें केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर वर्चुअल रूप से शामिल हुए थे।
इंदौर महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने किया देपालपुर में दौरा।
रविवार को महापौर पुष्यमित्र भार्गव देपालपुर पहुंचे थे। यहां उन्होंने दस दिन बाद बड़े स्तर पर सफाई लॉन्चिंग प्रोग्राम की घोषणा की। उनके साथ विधायक मनोज पटेल, देपालपुर नगर परिषद अध्यक्ष, इंदौर स्वच्छता प्रभारी अश्विनी शुक्ल, नगर निगम इंदौर से अश्विनी जनवदे, देपालपुर नगर के पार्षद और इंदौर नगर निगम के संबंधित अधिकारी थे।
100 दिन का लिया लक्ष्य
महापौर बोले कि इंदौर ने पीएम नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत मिशन को जमीन पर उतारकर देशभर में पहचान बनाई है। अब देपालपुर को भी स्वच्छता की सूची में अग्रणी बनाना है। अगले 100 दिनों में देपालपुर को स्वच्छ नगर परिषद बनाने का लक्ष्य तय किया गया है। यह केवल 100 दिन की योजना नहीं, बल्कि लंबे समय तक टिकने वाला प्रयास होगा।
देपालपुर की मौजूदा स्थिति
- जनसंख्या: लगभग 20000
- घर: 3,000
- वार्ड: 15
- कचरा उत्पादन: करीब 10 टन प्रतिदिन
- स्वच्छता रैंकिंग: 20000 से कम जनसंख्या वाले नगर में रैंकिंग 1710 है
- गौवंश संख्या: लगभग 300
- सुविधाएं: 20 टीपीडी क्षमता का कंपोस्ट प्लांट और सीएनडी प्लांट, 1 बावड़ी
सफाई काम नहीं, आदत होना चाहिए
महापौर ने कहा कि सफाई केवल काम नहीं, बल्कि आदत होनी चाहिए। उन्होंने पार्षदों और जनप्रतिनिधियों से अपील की कि वे जनता को जागरूक करें। यदि लोग न मानें तो नियमों के तहत कड़ी कार्रवाई करें। उन्होंने स्थानीय पार्षदों ओर जनप्रतिनिधियों से कहा कि वो जनता को जागरूक करते हुए बता दें कि देपालपुर में 15 दिन बाद यदि सड़क पर कचरा दिखा तो 25,000 रुपए का जुर्माना लगाया जाएगा।
महापौर ने कहा कि नगर की सुंदरता बढ़ाने के लिए यहीं के आयरन वेस्ट से ब्यूटीफिकेशन किया जाएगा। महापौर ने गोवंश पर विशेष ध्यान देने की बात भी कहीं, स्थानीय पशुओं का पालन-पोषण वहीं होगा जबकि शेष को हातोद गोशाला भेजा जाएगा। इसका फैसला यहां के जनप्रतिनिधि लें।

महापौर ने देपालपुर में जनता से भी बातचीत की।
11 लाख का नगद पुरस्कार
विधायक मनोज पटेल ने कहा कि इंदौर ने हमारे नगर को नम्बर वन लाने का फैसला लिया है, हमारा नगर केवल फंडिंग से शहर साफ नहीं होगा, इसके लिए जनभागीदारी और जनजागरण जरूरी हैं। उन्होंने घोषणा की कि देपालपुर का जो वार्ड सबसे स्वच्छ होगा, उस वार्ड को व्यक्तिगत रूप से 11 लाख रुपए का नगद पुरस्कार देंगे। उन्होंने यह भी बताया कि देपालपुर का पशु मेला सीसीटीवी निगरानी में होगा। साथ ही हर घर तक 25,000 कपड़े के झोले बांटे जाएंगे, ताकि प्लास्टिक का उपयोग कम हो।
तैयार की रूपरेखा महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि 10 दिन बाद बड़े स्तर पर सफाई अभियान की शुरुआत की जाएगी, जिसमें नगर के हर व्यक्ति की भागीदारी जनजागरण के माध्यम से हो साथ ही संसाधनों और मानव बल में वृद्धि की जाए। महापौर ने कहा कि पहले जनजागरूकता फिर नियम तोड़ने पर जुर्माना अनिवार्य किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इंदौर ने स्वच्छता में पूरे देश को दिशा दिखाई है। अब समय आ गया है कि स्वच्छता जोड़ी के रूप के देपालपुर को भी इंदौर के साथ देश में स्वच्छता में नंबर वन बनाया जाए।