जमुई जेल में कैदी डब्लू की मौत का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। भाकपा माले समेत कई संगठनों ने जेल प्रशासन और प्रबंधन पर हत्या का आरोप लगाया है। अब जन संघर्ष मोर्चा के संयोजक विनोद यादव भी पीड़ित परिवार के समर्थन में आ गए हैं।
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“यह मौत नहीं, हत्या है”
विनोद यादव मंगलवार को मृतक डब्लू के घर पहुंचे। उन्होंने कहा कि ‘यह सिर्फ मौत नहीं, बल्कि हत्या है। इसमें जेल प्रशासन की मिलीभगत साफ दिख रही है।’
परिजनों ने लगाए गंभीर आरोप
मृतक के परिजनों ने भी आरोप लगाया कि जेल के अंदर डब्लू को लगातार प्रताड़ित किया जाता था। उनका कहना है कि यह प्रताड़ना ही मौत की वजह बनी।
अस्पताल में इलाज के दौरान हुई मौत
22 अगस्त को गंभीर हालत में डब्लू को जमुई जेल से सदर अस्पताल लाया गया था, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि हालत बिगड़ने के बाद भी समय रहते सही इलाज नहीं कराया गया।
शव छोड़कर फरार हो गई थी जेल पुलिस
घटना के बाद हंगामे की स्थिति बन गई थी। परिजनों का कहना है कि जेल पुलिस शव को अस्पताल में छोड़कर फरार हो गई थी। इसके बाद परिवार ने अस्पताल परिसर में जमकर विरोध किया और जेल प्रशासन पर हत्या का आरोप लगाया।
जांच की मांग, राजनीतिक समर्थन भी बढ़ा
मृतक के परिवार ने पहले ही डीएम और एसपी से मिलकर पूरे मामले की जांच की गुहार लगाई थी। अब उन्हें विभिन्न राजनीतिक दलों और संगठनों का समर्थन मिलने लगा है।