पंजाब विजिलेंस की गिरफ्त में BDPO लखबीर सिंह और पूर्व सरपंच मनजिंदर सिंह।
अमृतसर में रविवार को पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने पंचायत फंड में करोड़ों रुपए के गबन के मामले का खुलासा करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार व्यक्तियों में जंडियाला गुरु के तत्कालीन ब्लॉक विकास एवं पंचायत अधिकारी (बीडीपीओ) लखबीर सिंह और ग्र
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विजिलेंस ब्यूरो के अधिकारियों ने बताया कि जांच के दौरान ग्राम पंचायत गहरी मंडी को संबंधित अवधि में कुल 49 लाख 21 हजार 658 रुपए मिले थे। इनमें से केवल 17 लाख 37 हजार 900 रुपए ही खर्च किए गए, जबकि शेष राशि का लेखा-जोखा नहीं मिला। जांच में यह स्पष्ट हुआ कि तत्कालीन सरपंच मनजिंदर सिंह ने पंचायत सचिव करनजीत सिंह और बीडीपीओ लखबीर सिंह के साथ साजिश रचकर 24 लाख 69 हजार 949 रुपए का गबन किया।
पंचायत की योजनाओं और विकास कार्यों के लिए जारी धनराशि का दुरुपयोग गंभीर वित्तीय अनियमितताओं के इस मामले में पाया गया कि ग्राम पंचायत की योजनाओं और विकास कार्यों के लिए जारी धनराशि का दुरुपयोग किया गया। पंचायत सचिव करनजीत सिंह की भी इस गबन में सीधी भूमिका सामने आई है। हालांकि इस समय विजिलेंस ने बीडीपीओ लखबीर सिंह और पूर्व सरपंच मनजिंदर सिंह को गिरफ्तार किया है।
गौरतलब है कि लखबीर सिंह वर्तमान में फिरोजपुर जिले के ब्लॉक घल्ल खुर्द में बीडीपीओ के पद पर तैनात हैं। विजिलेंस ब्यूरो ने आरोपियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम और भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है। अधिकारियों का कहना है कि मामले की गहन जांच जारी है और अन्य संबंधित लोगों की भूमिका की भी पड़ताल की जा रही है।
यह मामला एक बार फिर यह सवाल खड़ा करता है कि पंचायत स्तर पर विकास कार्यों के लिए जारी फंड की निगरानी कितनी आवश्यक है। आम जनता के हित के लिए भेजी जाने वाली राशि के इस तरह गबन होने से ग्रामीण विकास योजनाओं को सीधा नुकसान पहुंचता है। विजिलेंस की कार्रवाई से ग्रामीणों में उम्मीद जगी है कि दोषियों को कड़ी सज़ा मिलेगी और गबन की गई राशि की भरपाई की जाएगी।



