विधानसभा चुनाव की निष्पक्ष और पारदर्शी संपन्नता सुनिश्चित करने के लिए नालंदा जिले में विद्युत विभाग ने व्यापक तैयारी पूर्ण कर ली है। सभी मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग व्यवस्था के लिए निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने हेतु बहुस्तरीय निगरानी प्रणा
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विद्युत अधीक्षण अभियंता मनीष कांत ने बताया कि जिले के प्रत्येक मतदान बूथ पर वेबकास्टिंग की व्यवस्था होने के मद्देनजर विशेष सतर्कता बरती जा रही है। इसके लिए विशेष कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गई है जो चुनाव के दौरान बिजली आपूर्ति में किसी भी प्रकार की व्यवधान की स्थिति में तत्काल निवारण सुनिश्चित करेंगे।
तत्काल समाधान की व्यवस्था
विभाग ने सभी बूथों पर कनिष्ठ विद्युत अभियंता एवं लाइनमैन के संपर्क नंबर चिपकाने की व्यवस्था की है। किसी भी समस्या की स्थिति में मतदान कर्मी इन नंबरों पर संपर्क कर तुरंत समाधान प्राप्त कर सकेंगे। यह व्यवस्था चुनाव प्रक्रिया में किसी भी तकनीकी बाधा से बचने के लिए की गई है।
बहुस्तरीय निगरानी तंत्र
विद्युत आपूर्ति की निगरानी के लिए त्रिस्तरीय तंत्र विकसित किया गया है। सहायक विद्युत अभियंता विद्युत शक्ति उपकेंद्रों से सीधे विद्युत आपूर्ति का अनुश्रवण करेंगे। वहीं, कार्यपालक अभियंता जिला नियंत्रण कक्ष एवं प्रमंडल नियंत्रण कक्ष से सतत निगरानी रखेंगे। यह व्यवस्था यह सुनिश्चित करेगी कि किसी भी स्तर पर आने वाली समस्या का शीघ्र समाधान हो सके।
जारी किया गया नंबर
अतिरिक्त संसाधनों की उपलब्धता
आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए प्रमंडल स्तर पर अतिरिक्त ट्रांसफॉर्मर और आवश्यक सामग्री की व्यवस्था की गई है। विशेष रूप से अंचल स्तर से नवादा जिले के कर्मियों को भी नालंदा में ड्यूटी पर तैनात किया गया है, ताकि आवश्यकता पड़ने पर त्वरित कार्रवाई की जा सके।
पहचान के लिए विशेष वर्दी
ड्यूटी पर तैनात सभी कर्मी नीले रंग के रिफ्लेक्टिव वेस्ट पहनेंगे, जिससे उनकी पहचान आसानी से की जा सके। यह व्यवस्था विशेष रूप से मतदान कर्मियों और आम नागरिकों की सुविधा के लिए की गई है, ताकि जरूरत पड़ने पर विद्युत कर्मियों से संपर्क करना सरल हो सके।
विद्युत अधीक्षण अभियंता मनीष कांत ने विश्वास व्यक्त किया कि विभाग चुनाव के दौरान निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के इस महापर्व में विद्युत विभाग अपनी जिम्मेदारी को पूरी गंभीरता से निभाने के लिए प्रतिबद्ध है।
चुनाव आयोग द्वारा इस बार सभी बूथों पर वेबकास्टिंग अनिवार्य किए जाने से पारदर्शिता तो बढ़ेगी ही, साथ ही विद्युत विभाग की यह सक्रिय भूमिका चुनाव प्रक्रिया को और अधिक सुचारू बनाने में सहायक सिद्ध होगी।



