डाक से आया तलाक’ पिता सदमे में चल बसे:  बेटी ने सुनाई- प्रताड़ना की कहानी, पापा खड़े-खड़े नीचे गिरे, फिर नहीं उठे, मौत की वजह – rajgarh (MP) News

डाक से आया तलाक’ पिता सदमे में चल बसे: बेटी ने सुनाई- प्रताड़ना की कहानी, पापा खड़े-खड़े नीचे गिरे, फिर नहीं उठे, मौत की वजह – rajgarh (MP) News


“मेरे पापा मेरे तलाक के नोटिस की वजह से टेंशन में थे। उन्होंने खाना-पीना छोड़ दिया था। उन्हें हार्ट अटैक आया और उनकी मौत हो गई । मेरे पापा की मौत की वजह मेरे पति सद्दाम हैं, उन्हें जेल होना चाहिए।”

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यह दर्द है 23 साल की शाइन का। राजगढ़ जिले के भोजपुर के रहने वाले सलीम खान (56) की 27 अक्टूबर को मौत हो गई थी। 24 अक्टूबर को दोपहर में पोस्टमैन ने घर पर आकर एक लिफाफा दिया था। यह बेटी शाइन मंसूरी (23) के नाम आया था। लिफाफे के खुलते ही सलीम टेंशन में आ गए थे, क्योंकि उसमें दामाद सद्दाम मंसूरी द्वारा शाइना के लिए भेजा गया “तलाकनामा” था।

दैनिक भास्कर की टीम ने शाइन से पति से रिश्ते से लेकर तलाकनामा भेजने तक के पीछे की वजह जानने की कोशिश की, पढ़िए रिपोर्ट…

शाइन अपने पिता सलीम खान के साथ।

शाइन कहती है 11 फरवरी 2021 को राजस्थान के छीपा बड़ौद निवासी सद्दाम मंसूरी (25) के साथ शादी हुई थी। शादी के दो साल तक सबकुछ ठीक चला। हम बहुत अच्छे से रह रहे थे, लेकिन इसके बाद हालात बदलने लगे। पति को पता नहीं क्या हुआ कि वे मुझ पर शक करने लगे। मुझे किसी से बात करने नहीं देते थे। कई बार बाहर जाते तो ताले में बंद करके जाया करते थे। यहां तक की मायके वालों तक से बात नहीं करने देते थे। कभी बात भी करवाते तो अपने फोन से सामने खड़े होकर। मैं कुछ कहती तो तेजाब डालने की धमकी देते थे। उन्होंने बहुत प्रताड़ित किया। करीब चार महीने पहले पता नहीं क्या हुआ कि बोले- घर से निकाल दिया। बोले- मेरे घर से चली जा। इसके बाद मैं अपने पिता के पास भोजपुर आकर रहने लगी। पिता छोटा-मोटा काम कर परिवार का भरण-पोषण कर रहे थे। इसी बीच मैंने भोजपुर थाने में पति के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। बात पति तक पहुंची तो उसने डाक से तलाक भेज दिया।

पति पर कार्रवाई की मांग को लेकर शाइन इधर-उधर अफसरों के चक्कर काट रही है।

पति पर कार्रवाई की मांग को लेकर शाइन इधर-उधर अफसरों के चक्कर काट रही है।

24 अक्टूबर की दोपहर में पिता समेत सभी लोग घर पर ही थे। इसी समय पोस्टमैन घर आया और एक लिफाफा दिया। लिफाफे पर मेरे ससुराल का पता लिखा था और मेरे नाम से आया था। मैं लिफाफा लेकर भीतर आई। पिता ने बोला- क्या लिखा है खोलकर देखो। मैंने जैसे ही लिफाफा खोला मेरे पैरों तले जमीन सी खिसक गई। पिता भी टेंशन में आ गए। पति ने डाक के जरिए मुझे तलाक का कागज भेजा था।

उसमें लिखा था- मेरे माता-पिता से अलग रहकर मेरे साथ निवास करने की जिद के कारण आपने मेरा वैवाहिक जीवन खराब कर दिया है। मैं अपने पुत्र के पितृत्व सुख से भी वंचित हो गया हूं। इस कारण मेरा और आपका एक साथ वैवाहिक जीवन व्यतीत करना अब संभव नहीं रहा है। इसलिए, “मैं सद्दाम मंसूरी निवासी छीपा बड़ौद, खुदा को हाजिर-नाजिर मानकर, मुस्लिम शरीयत के अनुसार अपनी पत्नी शाइन मंसूरी को प्रथम तलाक देता हूं।”

सलीम खान की मौत के बाद घर में मातम का माहौल है।

सलीम खान की मौत के बाद घर में मातम का माहौल है।

वकील से मिलकर लौटे, कुछ ही देर बाद जमीन पर गिरे, फिर नहीं उठे

शाइन ने कहा- 27 अक्टूबर की सुबह पिता सलीम खान, मां सन्नो बी, मुझे और मेरे बेटे को को लेकर बाइक से खिलचीपुर कोर्ट पहुंचे थे। उन्होंने यहां वकील से तलाक नोटिस को लेकर सलाह ली। तब पिता सामान्य लग रहे थे। दिनभर कानूनी सलाह लेने के बाद हम शाम को बाइक से वापस अपने गांव लौट रहे थे। रास्ते में बारिश होने लगी। पिता बोले- हल्की बारिश है, निकल चलते हैं। घर पहुंचने तक हम भीग चुके थे। पिता ने बाइक भीतर खड़ी की और कपड़े बदलने ऊपर कमरे में चले गए। उन्होंने पकड़े बदले और अचानक से खड़े-खड़े गिर पड़े। हम घबरा गए। पड़ोसियों की मदद से तत्काल पास ही डॉक्टर के पास लेकर पहुंचे। यहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

शाइन ने रोते हुए कहा- अब घर कैसे चलेगा? हम 5 भाई-बहन हैं। मेरे छोटे-छोटे भाई हैं। पापा ही सबकुछ थे। मेरे पति ने मुझे इतना तंग किया कि मेरी जिंदगी तबाह हो गई, अब मेरे पापा भी नहीं रहे। सद्दाम मुझे मारता था, तेजाब से जलाने की धमकी देता था। उसके माता-पिता दहेज के लिए ताने मारते थे। कहते थे ‘तेरे बाप ने क्या दिया?। सच कहूं तो मेरे पिता ने उनकी औकात से ज्यादा दिया था।” नोटिस का पता चलने के बाद पिता बस यही कहते रहे- अब बेटी और उसके बच्चे को कैसे पालूंगा?

बड़ी मुश्किल से बेटी की शादी की थी, वो टूट गए थे

पति की मौत के बाद एक कोने में बैठीं सन्नो बी ने रोते हुए कहा – “मेरे पति बहुत टेंशन में थे। उन्होंने बड़ी मुश्किल से बेटी की शादी की थी। जब दामाद ने बेटी को तलाक का नोटिस भेजा, तो वह बुरी तरह टूट गए। बार-बार कहते थे – अब हमारी बच्ची का क्या होगा, कैसे पलेगी, उसकी जिंदगी तो बर्बाद कर दी, ऊपर से उसका एक छोटा बच्चा भी है।

हम सब उस दिन खिलचीपुर गए थे। पति, मैं और बेटी। वहां वकील साहब से बात की। घर लौटने के बाद उन्होंने बाइक घर पर रखी और अंदर आए और ऊपर छत पर गए और अचानक गिर पड़े… और सब खत्म हो गया।

अब हम क्या करेंगे? बच्चों को कैसे पालेंगे? उन्होंने खाना-पीना भी छोड़ दिया था। बहुत ज्यादा तनाव में थे। मेरी मांग है कि सद्दाम और उसके माता-पिता को जेल भेजा जाए। उन्होंने हमारी बेटी को बहुत टॉर्चर किया, मारपीट की, और आखिर में तलाक का नोटिस भेजा। उसी टेंशन में मेरे पति की मौत हो गई।”

पड़ोसी कहते हैं- सलीम बहुत सीधा था। हमेशा मुस्कुराता रहता था। जबसे उसे पता चला कि बेटी को तलाक का नोटिस मिला है, तो वह गुमसुम सा रहने लगा था। बहुत काम बात करता था, हंसना तो जैसे भूल ही गया था।

पुलिस बोली- पति, ससुर पर दहेज प्रताड़ना का केस दर्ज

भोजपुर थाना प्रभारी मनीष शर्मा ने बताया कि पीड़िता भोजपुर क्षेत्र की रहने वाली है, जिसका विवाह छीपा बड़ौद में हुआ था। उन्होंने थाने में आकर शिकायत दर्ज कराई थी कि उनके पति और ससुर उन्हें दहेज के लिए प्रताड़ित कर रहे हैं। इस पर आरोपियों के खिलाफ दहेज प्रताड़ना का मुकदमा दर्ज किया गया है।

तलाक संबंधी जो नोटिस सामने आया है, उसे भी संज्ञान में लिया गया था। इस पर लोक अभियोजन अधिकारी (एलडीओ) से राय ली गई थी। प्रारंभिक जांच में यह नोटिस वैधानिक श्रेणी में नहीं आता, बल्कि अलग प्रकार का नोटिस प्रतीत होता है।

उन्होंने कहा कि पीड़िता के पिता की मृत्यु संभवतः हृदयाघात (हार्ट अटैक) से हुई है। प्रथम दृष्टया यह सामान्य परिस्थितियों में हुई मृत्यु प्रतीत होती है। हालांकि परिवार का मानना है कि वे तनाव के कारण हृदयाघात का शिकार हुए। यदि जांच में यह पाया गया कि नोटिस या अन्य किसी कारण से उनकी मृत्यु का संबंध है, तो उस पहलू को भी विवेचना में जोड़ा जाएगा।



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