जम्मू-कश्मीर के नौगाम पुलिस स्टेशन में ब्लास्ट, 6 की मौत:  27 घायलों में ज्यादातर पुलिसकर्मी; दिल्ली ब्लास्ट से जुड़े आतंकी मॉड्यूल की जांच हो रही थी

जम्मू-कश्मीर के नौगाम पुलिस स्टेशन में ब्लास्ट, 6 की मौत: 27 घायलों में ज्यादातर पुलिसकर्मी; दिल्ली ब्लास्ट से जुड़े आतंकी मॉड्यूल की जांच हो रही थी


23 मिनट पहलेलेखक: सुनील मौर्य, वैभव पलनीटकर और रऊफ डार

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जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में नौगाम पुलिस स्टेशन में गुरुवार रात करीब 11:20 बजे बड़ा धमाका हुआ है। इसमें 6 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 27 घायल हैं। घायलों में ज्यादातर पुलिसकर्मी और फोरेंसिक अधिकारी हैं। इनका 92 आर्मी बेस और SKIMS सौरा हॉस्पिटल में इलाज जारी है। इलाके में हाई अलर्ट है।

ब्लास्ट उस समय हुआ जब पुलिस वाइट कॉलर आतंकी मॉड्यूल मामले में जब्त विस्फोटक के सैंपल ले रही थी। यह उस 360 किलो विस्फोटक (अमोनियम नाइट्रेट) का हिस्सा था जिसे जम्मू-कश्मीर पुलिस ने हरियाणा के फरीदाबाद से गिरफ्तार डॉ. मुजम्मिल गनई के किराए के घर से जब्त किया था।

गनई दिल्ली ब्लास्ट के बाद आतंकी मॉड्यूल में गिरफ्तार 8 आतंकियों में शामिल है। हालांकि अब तक यह स्पष्ट नहीं है कि पुलिस स्टेशन में पूरा 360 किलो विस्फोटक रखा गया था। 10 नवंबर को लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर-1 के पास i20 कार में ब्लास्ट हुआ था। इसमें 13 लोगों की मौत हुई थी।

धमाके से जुड़ी 5 तस्वीरें…

पुलिस स्टेशन के पार्किंग एरिया में बड़ा नुकसान हुआ। कई पुलिस गाड़ियां जल गई हैं।

पुलिस स्टेशन के पार्किंग एरिया में बड़ा नुकसान हुआ। कई पुलिस गाड़ियां जल गई हैं।

फायर ब्रिगेड की गाड़ियां रेस्क्यू के काम में लगी हैं। इलाके को सील कर दिया गया है।

फायर ब्रिगेड की गाड़ियां रेस्क्यू के काम में लगी हैं। इलाके को सील कर दिया गया है।

घायलों का श्रीनगर के SKIMS अस्पताल में इलाज जारी है।

घायलों का श्रीनगर के SKIMS अस्पताल में इलाज जारी है।

धमाका इतना जोरदार था कि धुएं का गुबार आसमान में छा गया।

धमाका इतना जोरदार था कि धुएं का गुबार आसमान में छा गया।

फायर ब्रिगेड की कई और गाड़ियां घटनास्थल पर जा रही हैं।

फायर ब्रिगेड की कई और गाड़ियां घटनास्थल पर जा रही हैं।

अब समझिए आतंकी मॉड्यूल की पूरी कहानी…

नौगाम पुलिस स्टेशन में इंटर-स्टेट टेरर मॉड्यूल में पहली FIR दर्ज की गई थी। इसी आतंकी मॉड्यूल ने दिल्ली ब्लास्ट किया। अक्टूबर में नौगाम के बनपोरा इलाके में पुलिस और सुरक्षाबलों को धमकी देने वाले पोस्टर मिलने के बाद इस मामले की शुरुआत हुई। 19 अक्टूबर को पुलिस ने केस दर्ज किया और एक स्पेशल जांच टीम बनाई।

फिर पुलिस ने CCTV फुटेज के आधार पर तीन संदिग्ध (आरिफ निसार डार उर्फ ​​साहिल, यासिर-उल-अशरफ और मकसूद अहमद डार उर्फ ​​शाहिद) को गिरफ्तार किया। इनपर पहले भी पत्थरबाजी के मामले दर्ज थे। इन्हें पोस्टर चिपकाते हुए देखा गया था।

पूछताछ में शोपियां निवासी पूर्व पैरामेडिक से इमाम बने मौलवी इरफान अहमद का नाम सामने आया, जिसपर पोस्ट देने और डॉक्टरों को कट्टरपंथी बनाने का आरोप है।

मामले की जांच आगे बढ़ी तो पुलिस फरीदाबाद के अलफलाह यूनिवर्सिटी पहुंची और वहां से डॉ. मुजम्मिल अहमद गनई और डॉ. शाहीन सईद को गिरफ्तार किया। इनके पास से 360 किलो अमोनियम नाइट्रेट के साथ ही 2900 किलोग्राम IED बनाने वाली अमोनियम नाइट्रेट, पोटैशियम नाइट्रेट और सल्फर सायन सामग्री मिली।

पुलिस का मानना है कि यह पूरा आतंकी मॉड्यूल तीन डॉक्टरों का ग्रुप चला रहा था। इसमें गनई (गिरफ्तार), उमर नबी ( दिल्ली ब्लास्ट वाली कार में मारा गया) और मुजफ्फर राथर (फरार) शामिल था। सातवें आरोपी डॉ. अदील राथर फिलहाल फरार है।

दिल्ली ब्लास्ट में 13 लोगों की मौत हुई

लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर-1 के पास 10 नवंबर शाम करीब 6.52 बजे सफेद i20 कार में ब्लास्ट हुआ था। इसमें 13 लोगों की मौत हुई। जबकि 20 लोग घायल हैं, जिनमें से तीन की हालत नाजुक है।

केंद्र सरकार ने दिल्ली ब्लास्ट को आतंकी हमला माना है। बुधवार को केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में लाल किला के पास हुए टेरर अटैक पर प्रस्ताव पारित किया गया।

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