भिंड कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने गुरुवार देर शाम हाउसिंग कॉलोनी स्थित प्राइफ डायग्नोस्टिक एंड अल्ट्रासाउंड सेंटर का औचक निरीक्षण किया। उन्हें शिकायत मिली थी कि सेंटर पर डॉक्टर नियमित रूप से मौजूद नहीं रहते और अल्ट्रासाउंड टेक्नीशियन द्वारा किए जाते ह
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निरीक्षण को गुप्त रखने के लिए कलेक्टर ने अपनी सरकारी गाड़ी जिला अस्पताल में खड़ी की और पैदल ही सेंटर पहुंचे। यहां उन्होंने संचालक नीतेश जैन से चर्चा की और सीधे सीसीटीवी फुटेज खंगाल लिए। मौके पर पहुंचने पर किसी डॉक्टर की मौजूदगी नहीं मिली, जिससे शिकायत आंशिक रूप से सही साबित हुई। करीब 20 मिनट बाद अल्ट्रासाउंड करने वाले डॉ. डी.बी. पाटिल पहुंचे, तब कलेक्टर ने पूरी स्थिति का जायजा लिया।
भिंड कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव डायग्नोस्टिक सेंटर पर पहुंचे।
थोड़ी देर में पहुंचे, इसलिए कार्रवाई नहीं कलेक्टर श्रीवास्तव ने कहा कि शिकायत गंभीर थी, इसलिए वे खुद जांच करने पहुंचे। हालांकि मौके पर डॉक्टर शुरुआत में नहीं मिले, लेकिन थोड़ी देर में आ गए। ऐसे में तत्काल कोई कार्रवाई संभव नहीं है।
इस औचक निरीक्षण ने शहर के प्राइवेट डायग्नोस्टिक सेंटरों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। आमतौर पर मरीजों की जान सीधे इस तरह की सेवाओं पर निर्भर करती है और बिना डॉक्टर अल्ट्रासाउंड कराना नियमों के खिलाफ है। अब देखना होगा कि प्रशासन इस मामले में आगे क्या सख्त कदम उठाता है।