मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के साहसी युवक भगवान सिंह ने वो कर दिखाया, जो अब तक दुनिया में किसी ने नहीं किया था। उन्होंने 5,364 मीटर की ऊंचाई पर स्थित माउंट एवरेस्ट बेस कैंप तक अपनी एमटीबी बाइक (साइकिल) पहुंचा कर नया विश्व रिकॉर्ड बना दिया। इस उपलब्धि
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भगवान सिंह ने यह सफर 9 दिनों में तय किया। रास्ते में दुर्गम और बर्फीले ट्रैक, पत्थरीली चढ़ाई, माइनस तापमान और ऑक्सीजन की कमी जैसी कठिन चुनौतियां थीं। मातृभूमि के प्रति प्रेम, अदम्य जज्बे और लोहे जैसी हिम्मत ने उन्हें हर मुश्किल पर विजय दिलाई। कई जगह ऐसे मोड़ आए जहां बाइक को खुद उठाकर ले जाना पड़ा, लेकिन तिरंगा फहराने का सपना हर थकान पर भारी पड़ा ।
माउंट एवरेस्ट बेस कैंप तक पहुंचे भगवान सिंह।
भगवान सिंह ने साझा किया अपना अनुभव एवरेस्ट बेस कैंप से से बातचीत में भगवान सिंह ने कहा,“जय हिंद! आज तक एमटीबी बाइक (साइकिल) एवरेस्ट बेस कैंप तक नहीं आई थी। मैंने अपने भारत की तरफ से कोशिश की और नौ दिन की कठिन मेहनत के बाद इसको ऊपर लाकर क्लाइम्ब किया। मेरे साथ आशीष और तेजिंग शेरपा दो साथियों ने सपोर्ट किया। आज मैं एमटीबी बाइक लेकर 5,364 मीटर की ऊंचाई पर अपने देश का तिरंगा फैला रहा हूं।”
मध्यप्रदेश और देश के लिए गर्व का क्षण भोपाल निवासी भगवान सिंह की यह ऐतिहासिक उपलब्धि न केवल मध्यप्रदेश बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का विषय है। अब तक दुनिया में किसी ने एवरेस्ट बेस कैंप तक बाइक ले जाने का साहस नहीं दिखाया था। भगवान सिंह ने इस कारनामे से साबित कर दिया कि मजबूत इरादों के सामने पहाड़ भी झुक जाते हैं।
भगवान सिंह कुशवाह के बारे में
- दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट 8,848 मी. पर 19 मई 2016 को सुबह 9:30 पर पहुंचकर देश एवं प्रदेश का झंडा फहराया। साथ ही मध्यप्रदेश के प्रथम पर्वतारोही बनकर प्रदेश को गौरवान्वित किया।
- विश्व की 7वें नंबर की चोटी तथा आस्ट्रेलिया महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी 2.228 मी० माउंट माउंट कोजिअस्कों पर 15 अगस्त 2024 को सुबह 9:22 बजे देश का ध्वज फहराया एवं राष्ट्रगान गाने वाले प्रथम भारतीय होने का गौरव प्राप्त किया।
- लद्दाख पैगोंग झील पर 45 डिग्री में 14,600 फीट की ऊंचाई वा 21 किमी की हाफ मैराथन पूरी कर गिनीज बुक वर्ल्ड रिकार्ड में नाम दर्ज कराया।
- दुनिया की सबसे ऊंची सड़क, कुल्लू मनाली लेह होते हुए खारदुग-ला दर्श जोक कि 18.380 फीट की उंचाई पर 600 कि.मी. की चढ़ाई है तथा माइनस तापमान में 09 दिन में साइकिल चलाकर लगातार 03 वर्षो 2017,2018 एवं 2019 में पूर्ण कर मध्यप्रदेश के प्रथम साइकिलिस्ट बनने का गौरव प्राप्त किया।
- दुनिया की सबसे ऊंची सड़क उमलिंग ला दर्रा जो 19,300 फीट की ऊंचाई पर है लेह से 04 दिन में 368 कि.मी. माइनस तापमान में साइकिल द्वारा चढ़ाई पूर्ण कर भारत के प्रथम राईडर।

दुनिया के पहले व्यक्ति बने भगवान सिंह।
- हिमाचल प्रदेश की चोटी फ्रेंडशिप पीक 17,346 पर 22 जून 2021 में देश का झण्डा फहराया।
- भारत में आयोजित मेराथनों में से 114 मैराथन हॉफ 21 किमी. / फुल 42 किमी. मैराथन में भाग लिया।
- साहसिक खेल में मध्यप्रदेश का सर्वोच्च खेल अवॉर्ड विक्रम अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है।
- साहसिक खेलो में रॉक क्लाइम्बिंग, ट्रेकिंग, रेस्लिंग, आईस क्लाइंबिंग तथा माउंटेन साइक्लिंग में प्रदेश का नाम रोशन किया।
- 200 से ज्यादा राष्ट्रीय ट्रेकिंग में प्रतिभागिता।
- 08 बार बेस्ट साइक्लिस्ट अवॉर्ड से सम्मानित ।