श्रीनगर27 मिनट पहलेलेखक: मुदस्सिर कुल्लू
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इस दौरान जम्मू-कश्मीर पुलिस, काउंटर इंटेलिजेंस कश्मीर और नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) की टीम मौके पर पहुंची।
कश्मीर घाटी में आतंक नेटवर्क को तोड़ने के लिए सुरक्षा एजेंसियों ने शनिवार को बड़ी कार्रवाई की। जम्मू-कश्मीर पुलिस, काउंटर इंटेलिजेंस कश्मीर और नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) की संयुक्त टीमों ने 120 से ज्यादा ठिकानों पर छापेमारी की। छापों के दौरान मोबाइल फोन, सिम कार्ड, डिजिटल डिवाइस और अन्य सामग्री जब्त की गई।
जांच एजेंसियों के मुताबिक, यह ऑपरेशन खास खुफिया इनपुट के आधार पर किया गया। जानकारी मिली थी कि जेल में बंद और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में बैठे आतंकियों के रिश्तेदार बडगाम, कुलगाम और शोपियां जैसे दूरदराज इलाकों से उनके संपर्क में हैं। इन पर भारत में पाकिस्तान का प्रोपेगेंड फैलाने का आरोप है।
गांदरबल में 60 से ज्यादा घरों की तलाशी ली गई। ये घर या तो जेल में बंद आतंकियों के या फिर पाक में सक्रिय आतंकियों के परिजनों के हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘हमारा मकसद आतंकियों से संपर्क की कड़ी तोड़ना, प्रोपगेंडा फैलाने वाले माध्यम बंद करना और फंडिंग की कड़ियां उजागर करना है।’

जम्मू-कश्मीर पुलिस, काउंटर इंटेलिजेंस कश्मीर और नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) की संयुक्त टीमों ने कश्मीर में 120 से ज्यादा ठिकानों पर छापेमारी की।
सोशल मीडिया और बैंक खातों की जांच शुरू
जांच एजेंसियों ने बताया कि जब्त किए गए डिवाइसों को अब फॉरेंसिक जांच, डिक्रिप्शन और डेटा माइनिंग के लिए भेजा जाएगा। इससे यह पता लगाया जाएगा कि संदिग्ध सिर्फ संपर्क में थे या आतंकियों की भर्ती, पनाह देने या फंडिंग में भी शामिल थे।
जिन लोगों के घरों में छापे मारे गए हैं, उनके सोशल मीडिया अकाउंट्स की भी जांच की जा रही है। कई लोगों को पूछताछ के लिए समन भी भेजे गए हैं। यह ऑपरेशन आतंक नेटवर्क के खिलाफ एक बड़े अभियान का पहला चरण है। अधिकारी मान रहे हैं कि आने वाले दिनों में और भी बड़ी कार्रवाई हो सकती है।
डेटा एनालिसिस से अहम खुलाने की है उम्मीद
जब्त किए गए डिवाइसों की फॉरेंसिक जांच, डाटा निकालने और विश्लेषण की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। संदिग्धों के सोशल मीडिया अकाउंट्स और बैंक ट्रांजैक्शन्स की भी जांच होगी। उनके यात्रा और कॉल रिकॉर्ड खंगाले जा रहे हैं। अगर जांच में नए सुराग मिलते हैं, तो और छापे और पूछताछ भी की जा सकती है।

गांदरबल में 60 से ज्यादा घरों की तलाशी ली गई। ये घर या तो जेल में बंद आतंकियों के या फिर पाक में सक्रिय आतंकियों के परिजनों के हैं।
घुसपैठ की कोशिश नाकाम, दो आतंकी ढेर
दूसरी ओर, कुपवाड़ा जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास घुसपैठ की कोशिश कर रहे दो अज्ञात आतंकियों को सेना ने मार गिराया। यह कार्रवाई शुक्रवार को मिली खुफिया जानकारी के आधार पर की गई।
केरन सेक्टर में घुसपैठ की कोशिश की सूचना मिलने के बाद ऑपरेशन शुरू किया गया। इस दौरान सतर्क जवानों ने संदिग्ध गतिविधि देखी और उन्हें ललकारा। जवाब में आतंकियों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। सेना ने जवाबी कार्रवाई करते हुए दो आतंकियों को मार गिराया।



