करनाल जिला के गांव बल्ला में डीएसपी असंध व उनकी टीम के साथ एक आरोपी परिवार द्वारा अभद्र व्यवहार करने, हाथापाई और गाली गलौज का मामला सामने आया है। डीएसपी असंध अपनी टीम के साथ किसी पुराने मामले में आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए पहुंचे थे। मामले में पुल
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डीएसपी की मौजूदगी में हुई घटना, मौके पर पुलिस का जमावड़ा
जानकारी के अनुसार, डीएसपी असंध गौरखपाल राणा अपने स्टाफ के साथ एक मुकद्मे के आरोपी विजय की तलाश में गांव बल्ला पहुंचे थे। इस दौरान मुनक थाना प्रभारी बृजपाल और एसआई रोहताश सहित कई पुलिसकर्मी मौजूद थे। टीम ने जैसे ही विजय के घर पर दबिश दी, तो गेट पर दो महिलाएं मिलीं। इन महिलाओं के नाम सोनिया और क्लोर बताए जा रहे है। जानकारी के अनुसार, सोनिया ने तुरंत अपने फोन से वीडियो बनाना शुरू कर दिया और तलाशी लेने से मना कर दिया।
प्रतीकात्मक फोटो।
महिलाओं ने रोका, बेटे ने किया हमला
इतना ही नहीं घर में मौजूद महिलाओं ने पुलिस को गुमराह करते हुए कहा कि विजय घर पर नहीं है और उन्हें बाहर जाने के लिए कहा। जब पुलिस टीम घर से बाहर आई तो एक नौजवान युवक वहां पहुंचा और पुलिसकर्मियों से बहस करने लगा। पूछताछ में युवक ने अपना नाम आनंद बताया और खुद को आरोपी विजय का भाई बताया। पुलिस के अनुसार, आनंद ने पहले गाली गलौज की और फिर पुलिसकर्मियों के साथ हाथापाई करने लगा।
डीएसपी की गाड़ी का रास्ता रोका गया
मामले के दौरान महिला कलोर, रतन सिंह फौजी और महावीर फौजी भी मौके पर पहुंच गए। आरोप है कि उन्होंने भी पुलिस से उलझते हुए हाथापाई की और डीएसपी की गाड़ी का रास्ता रोक दिया। मौके पर मौजूद टीम ने किसी तरह स्थिति पर काबू पाया और आरोपी आनंद को पकड़ लिया। पुलिस ने बताया कि परिवार के अन्य सदस्य मौके से भाग निकले।
पुलिस ने पांच लोगों पर केस दर्ज किया
पुलिस ने सरकारी कार्य में बाधा डालने, पुलिस पर हमला करने और अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करने के आरोप में पांच लोगों आनंद, सोनिया, कलोर, रतन सिंह फौजी और महावीर फौजी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।



