मुकेश खन्ना, रणवीर शौरी, और दर्शन जरीवाला सहित कई बॉलीवुड हस्तियां दून पहुंची।
देहरादून के सेंट्रियो मॉल में दसवें इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में बॉलीवुड की हस्तियों का रंग जमने लगी है। फिल्म फेस्टिवल को लेकर मुंबई से 8 बॉलीवुड एक्टर और डायरेक्टर देहरादून पहुंच चुके हैं। तीन दिनों तक चलने वाले इस फिल्म फेस्टिवल में 70 से ज्यादा फ
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इस साल शुरू हुए दून फिल्म फेस्टिवल में मुंबई से बॉलीवुड कलाकार मुकेश खन्ना, रणवीर शौरी, दर्शन जरीवाला, लिलिपुट, जमील खान, इनाम उल हक और फिल्म निर्माता सुदिप्तो सेन के साथ उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश से 20 फिल्म निर्माता देहरादून पहुंचे हैं। जिन्होंने फिल्म फेस्टिवल की शुरुआत में हिस्सा लिया।
दून फिल्म फेस्टिवल की PHOTOS…
मुकेश खन्ना जानकारी देते हुए।

दर्शन जरीवाला दून फिल्म फेस्टिवल में पहुंचे।
हर प्रदेश की राजधानी में होने चाहिए आयोजन
देहरादून फिल्म फेस्टिवल में पहुंचे दर्शन जरीवाला का कहना है कि पिछले कुछ सालों में फिल्म इंडस्ट्री ने बहुत सारे नए प्रयोग हुए हैं और इस तरह के फेस्टिवल होने से नई फिल्मों के साथ दर्शन भी जोड़ते हैं। इसलिए उन्हें लगता है कि इस तरह के आयोजन देश के सभी राज्यों की राजधानी में होने चाहिए।

मुकेश खन्ना, रणवीर शौरी, जमील खान, इनाम उल हक, दर्शन जरीवाला और फिल्म निर्माता सुदिप्तो सेन देहरादून पहुंचे।
एक्टर मुकेश खन्ना ने की उत्तराखंड के टैलेंट की सराहना
बॉलीवुड दिग्गज कलाकार मुकेश खन्ना ने कहा कि दुनिया भर में इस तरह के फेस्टिवल होते रहते हैं। जिसमें भारतीय फिल्मों के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय फिल्मों को भी प्रदर्शित किया जाता है और इन फिल्म फेस्टिवल के जरिए फिल्मों को एक आउटलेट मिलता है जो अच्छी प्रगति है।
उन्होंने उत्तराखंड के टैलेंट की सराहना करते हुए कहा कि इस राज्य के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में कई प्रतिभाएं हैं जिन्हें केवल एक मौके की तलाश है साथ ही उन्होंने कहा कि अगर उनके डेस्टिनी में एक्टर बनना लिखा है तो वह जरूर एक्टर बनेंगे।
युवाओं को आगे बढ़ने का मौका
फिल्म फेस्टिवल में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि इस तरह के फिल्म फेस्टिवल से राज्य के पर्यटन को भी बढ़ावा मिलता है। जो इस प्रदेश की आर्थिक की की सबसे बड़ी कड़ी है।
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने अपनी फिल्म नीति में कई सुविधाएं दी हैं और जब फिल्म फेस्टिवल में बॉलीवुड कलाकार और निर्माता उत्तराखंड पहुंचते हैं तो उन्हें उत्तराखंड के सौंदर्य को देखने का भी मौका मिलता है। जो निर्माता को प्रदेश में फिल्म बनाने की तरफ आकर्षित करता है और इस तरह के आयोजन से उत्तराखंड की प्रतिभाओं को भी आगे बढ़ने का मौका मिलता है।

कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल फिल्म फेस्टिवल की जानकारी देते हुए।
दून फिल्म फेस्टिवल क्यों है खास ?
- मंच और पहचान- फिल्म फेस्टिवल एक ऐसा मंच प्रदान करता है, जहां युवा कलाकार अपनी प्रतिभा दिखा सकते हैं और उन्हें नई पहचान मिलती है। साथ ही बड़े कलाकारों के साथ जुड़ने का मौका मिलता है। फिल्म फेस्टिवल्स अक्सर स्थानीय प्रतिभाओं को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंच से जोड़ने का काम करते हैं, जिससे युवा कलाकारों को उद्योग में पहचान बनाने का अवसर मिलता है।
- सीखने का अवसर- उत्तराखंड के युवा कलाकार मुंबई के स्थापित अभिनेताओं, निर्देशकों और फिल्म निर्माताओं से सीधे बातचीत कर सकते हैं और उनसे सीख सकते हैं और उन्हें अपना करियर बनाने में मदद मिलती है।
- बॉलीवुड कलाकारों के साथ नेटवर्किंग- यह समारोह उद्योग के पेशेवरों के साथ जुड़ने और नए कनेक्शन बनाने का एक शानदार अवसर है। अनुभवी फिल्म निर्माताओं से बातचीत करने का एक अवसर प्रदान करता है, जो भविष्य में करियर के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है। अनुभवी कलाकारों के साथ स्टेज साझा करने और उनसे प्रतिक्रिया प्राप्त करने से युवाओं को अपने करियर के लिए सही दिशा मिल सकती है।
- फिल्म निर्माण की जानकारी- यह कार्यक्रम फिल्म निर्माण से संबंधित जानकारी प्रदान करने में मदद करता है, जिससे युवाओं को इस क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहन मिलता है। उनके करियर को नई दिशा मिलती है।
- उद्योग को बढ़ावा- इस तरह के आयोजन उत्तराखंड में फिल्म उद्योग को बढ़ावा देते हैं और राज्य के युवा कलाकारों को आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। फेस्टिवल के आयोजक राजेश शर्मा का कहना है कि इस फिल्म फेस्टिवल में उभरते हुए कोरियोग्राफर, सिंगर, एक्टर और डायरेक्टर को अपनी प्रतिभा दिखाने का पूरा मौका मिलता है और उन्हीं की बनाई हुई फिल्में फेस्टिवल में प्रदर्शित की जाती है।



