महिला के हाथ से फोन छीनते प्राथमिक शिक्षा निदेशक नौडियाल।
उत्तराखंड के प्राथमिक शिक्षा डायरेक्टर अजय कुमार नौडियाल का देहरादून के सरकारी कार्यालय में एक महिला से झगड़ा हो गया। इस झगड़े का एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें नौडियाल काफी गुस्से में महिला का फोन छीन रहे हैं और दोनों के बीच हल्की धक्कामुक्की भी ह
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महिला ने इस झगड़े के बाद बताया कि वह डीएलएड (डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन) अभ्यर्थियों के अभिभावकों और डायरेक्टर की मीटिंग को कवर करने पहुंची थी, जहां बातचीत के दौरान नौडियाल नाराज हो गए और फोन छीनकर जमीन पर पटकने लगे। महिला का कहना है कि इस दौरान उसके साथ हाथापाई भी हुई।
उधर, डॉयरेक्टर ने इस पूरे मामले पर उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा महानिदेशक को पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने बताया कि कुछ लोगों ने उनके कार्यालय में घुस हंगामा किया है। डायरेक्टर ने बताया कि ये लोग प्राथमिक शिक्षा भर्ती प्रक्रिया को रोकने का दबाव बना रहे थे।
महिला नौडियाल की वास्केट पकड़ती हुई, वहीं नौडियाल खुद को छुड़ाने का प्रयास कर रहे हैं।
3 प्वाइंट्स में पढ़िए वीडियो में क्या दिख रहा…
- फोन छीना तो बोली- हम प्रेस हैं: 57 सेकेंड के वीडियो में निदेशक अजय कुमार नौडियाल गुस्से में दिखाई दे रहे हैं। वह उंगली उठाते हुए सामने खड़ी महिला की तरफ बढ़ते हैं और उसका फोन छीन लेते हैं। फोन छीनते ही महिला नौडियाल की वास्केट पकड़ लेती है। नौडियाल गुस्से में फोन अपने साथ खड़े व्यक्ति को पकड़ा देते हैं और तभी महिला कहती है- हम प्रेस से हैं। कुछ लोग नौडियाल को पकड़कर पीछे करने की कोशिश करते हैं, लेकिन महिला लगातार उनकी तरफ जाती हुई दिख रही है।
- पहले महिला फिर युवक का फोन छीनने लगे: इसके बाद नौडियाल उस व्यक्ति की ओर बढ़ते हैं जो इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो बना रहा था और उसका फोन छीनने की भी कोशिश करते दिखते हैं। महिला बार-बार कहती है- “वीडियो बनाओ, वीडियो बनाओ”। लोग बीच-बचाव करते हुए दोनों को शांत कराने की कोशिश करते हैं। अंत में एक व्यक्ति महिला को फोन सौंप देता है और दूसरा व्यक्ति नौडियाल को अंदर की तरफ ले जाता है।
- व्यक्ति बोला- डायरेक्टर हो या बदतमीज: तभी पूरा घटनाक्रम देख रहे राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी के संयोजक शिव प्रसाद नौडियाल पर गुस्सा हो जाते हैं। वो कहते हैं, “मैंने पहले ही कहा था कि बीपी हाई मत करो, हाथ उठाओगे क्या तुम? डायरेक्टर हो या बदतमीज हो।” इसके जवाब में डायरेक्टर कहते हैं कि तुम हो बदतमीज। इस दौरान महिला लगातार कहती रहती है कि प्रेस वालों पर हाथ उठाया है।

दोनों का बीच बचाव करते लोग।
अब समझिए क्यों प्राथमिक शिक्षक भर्ती रोकने पहुंचे लोग…
दरअसल, शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने 2 नंवबर को ही 1649 पदों पर प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती का ऐलान किया है। रावत अधिकारियों को निर्देश भी चुके हैं की जिलेवार खाली पड़े पदों पर आवेदन आमंत्रित किए जाएं। इसके बाद भर्ती प्रक्रिया शुरू हो गई है, कई जिलों में नोटिफिकेशन जारी होने लगे हैं। लेकिन डीएलएड प्रशिक्षण सत्र 2021-22 के प्रशिक्षुओं के पेरेंट्स को डर है कि उनके बच्चे इस भर्ती से वंचित ना रह जाएं।
पेरेंट्स का कहना है कि बच्चों का प्रशिक्षण लगभग पूरा है, परीक्षाएं नवंबर-दिसंबर में प्रस्तावित हैं, लेकिन प्राथमिक शिक्षक भर्ती अभी शुरू हुई तो वे सिर्फ दो हफ्ते की देरी से इस भर्ती प्रक्रिया में शामिल नहीं हो पाएंगे।
उनकी मांग है कि सत्र 2021-22 के प्रशिक्षुओं को भी भर्ती में शामिल किया जाए।
नौडियाल के मुताबिक- आखिर क्यों छीनना पड़ा फोन
नौडियाल ने जो पत्र उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा महानिदेशक को लिखा है, उसके मुताबिक- लगभग 250-300 डीएलएड प्रशिक्षु और उनके पेरेंट्स 6 नवंबर को बिना किसी जानकारी के कार्यालय में घुस गए। वह परिसर में पहुंच कर माहौल खराब करने लगे। जिसके बाद 05 लोगों के प्रतिनिधिमंडल को बातचीत के लिए बुलाया गया।
तभी दोबारा से कुछ लोग हंगामा करने लगे और मोबाइल से वीडियो बनाने लगे, उन्हें ऐसा नहीं करने के लिए कहा गया, लेकिन उन्होंने बात नहीं मानी।
डायरेक्टर ने पत्र में आरोप लगाया है कि ये लोग प्राथमिक शिक्षक भर्ती को रोकने का दबाव बना रहे थे।

निदेशक की तरफ से उच्च अधिकारी को दिया गया लेटर।
महिला बोली- मेरे साथ हाथापाई हुई सोशल मीडिया पर एक न्यूज पोर्टल की संचालक सीमा रावत कहती हैं –
डीएलएड अभ्यर्थियों के माता-पिता जब अपने बच्चों की नियुक्ति के लिए निदेशक से मिलने निदेशालय पहुंचे थे तो निदेशक से कुछ अभिभावकों का विवाद हो गया। जब मैं इसको रिकॉर्ड करने लगी तो नौडियाल ने फोन छीन लिया और जमीन पर पटकने लगे, मेरे साथ हाथापाई भी की गई।


मामला शांत कराने के बाद नौडियाल पर भड़कते राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी के संयोजक शिव प्रसाद।



