उधना रेलवे स्टेशन पर केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, केंद्रीय जलशक्ति मंत्री सीआर पाटिल, सांसद मुकेश दलाल सहित कई नेता अधिकारी मौजूद थे।
राज्य की पहली अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेन की औपचारिक शुरुआत शनिवार को सूरत से किया गया। उधना-ब्रह्मपुर अमृत भारत ट्रेन को ब्रह्मपुर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअली हरी झंडी दिखाई। इस दौरान उधना रेलवे स्टेशन पर केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्ण
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उधना-ब्रह्मपुर अमृत भारत एक्सप्रेस का उद्देश्य सस्ती, सुरक्षित व आरामदायक यात्रा उपलब्ध कराना है। इस अवसर पर केंद्रीय रेल मंत्री ने कहा कि अमृत भारत ट्रेन आम आदमी के लिए आधुनिक और सुरक्षित यात्रा का माध्यम है। यह सेवा विशेषकर सूरत में रोजगार कर रहे हजारों ओडिशावासियों के लिए लाभकारी होगी।
रेल मंत्री ने कहा कि दो महीने बाद इस ट्रेन को सप्ताह में सातों दिन संचालित कर दिया जाएगा। 5 अक्टूबर से 19021 उधना से हर रविवार रवाना होगी और 19022 ब्रह्मपुर से हर सोमवार को चलेगी। इसके अलावा केंद्रीय रेल मंत्री ने कहा कि कुछ दिनों में उधना स्टेशन का एक आधुनिक रूप देखने को मिलेगा।
ट्रेन के अंदर की दो तस्वीरें…

बुकिंग शुरू, 5 अक्टूबर से रेगुलर चलेगी अमृत भारत ट्रेन में स्लीपर- जनरल के 22 कोच हैं। यात्री क्षमता 1800 है और यह ट्रेन 130 किमी/घंटे की अधिकतम रफ्तार से चलेगी। सभी कोचों में सीसीटीवी, आपातकालीन सुविधाएं, एलईडी बोर्ड, चार्जिंग पॉइंट की सुविधा है।
रेल मंत्री उधना से अंत्रोली पहुंचे रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव निर्माणाधीन बुलेट ट्रेन स्टेशन का निरीक्षण करने अंत्रोली भी पहुंचे। उन्होंने कार्य की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने बताया कि देश के पहले बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट का पहला फेज सूरत-बिलिमोरा के बीच वर्ष 2027 से शुरू होगा।

दूसरा फेज साबरमती-ठाणे 2028 और तीसरा फेज साबरमती-मुंबई 2029 में चालू होगा। प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद अहमदाबाद से मुंबई की दूरी महज ढाई घंटे और सूरत से मुंबई सिर्फ एक घंटे में तय की जा सकेगी। पहले फेज में हर आधे घंटे पर एक ट्रेन, दूसरे फेज में हर 20 मिनट, जबकि तीसरे फेज में हर 10 मिनट पर बुलेट ट्रेन उपलब्ध होगी।
रेलवे मंत्री ने कहा कि बुलेट ट्रेन से यात्री रोजमर्रा का काम निपटाकर कुछ ही घंटों में परिवार के पास लौट पाएंगे। अंत्रोली बुलेट ट्रेन स्टेशन पर प्रतीक्षालय, नर्सरी, शौचालय, खुदरा दुकानें, लिफ्ट और एस्केलेटर सेवा उपलब्ध रहेगी। बुजुर्गों, दिव्यांगों और बच्चों की जरूरतों का विशेष ध्यान रखा जाएगा।