लातेहार के सदर थाना क्षेत्र स्थित कुलगड़ा गांव में शुक्रवार को ग्रामीणों ने एक अपराधी को पकड़ लिया। उसे बिजली के पोल से बांधकर पीटा गया, जबकि उसके दो साथी मौके से फरार हो गए। यह घटना प्रज्ञा केंद्र में ठगी के प्रयास के दौरान हुई।
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जानकारी के अनुसार, तीन युवक प्रज्ञा केंद्र संचालक ऋतिक उर्फ विक्की कुमार के पास पहुंचे। उन्होंने 50 हजार रुपए निकालने की मांग की, जिस पर संचालक ने बताया कि फिलहाल 30 हजार रुपए ही उपलब्ध हैं। निकासी की प्रक्रिया शुरू होने पर संचालक को युवकों की बातों पर संदेह हुआ और उसने आधार कार्ड मांगा।
आधार कार्ड मांगे जाने पर दो युवक मौका देखकर फरार हो गए, लेकिन एक युवक ग्रामीणों के हत्थे चढ़ गया। ग्रामीणों ने उसे रस्सी से बांधकर लाठी-डंडों से जमकर पिटाई की। पूछताछ में युवक के पास से बरामद आधार कार्ड से उसकी पहचान ओडिशा के पुरबकोटे, जाजापुर निवासी ऊल रमेश के पुत्र ऊल शीबा (34) के रूप में हुई।
पुलिस आरोपी को थाने ले गई
उसने स्थानीय लोगों के सामने स्वीकार किया कि वे अपराधी हैं और ग्रामीण क्षेत्रों के प्रज्ञा केंद्रों से बाहर से आने वाले पैसों की निकासी करते हैं। घटना की सूचना मिलने पर स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपी को थाने ले गई। प्रभारी थाना प्रभारी रमाकांत गुप्ता ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है और एक युवक को पकड़ा गया है।
दो माह पहले भी एक लाख 20 हजार रुपए की हो चुकी है ठगी
स्थानीय लोगों ने बताया कि करीब दो माह पहले भी इसी गांव के दो प्रज्ञा केंद्रों से अपराधियों ने एक लाख 20 हजार रुपए की ठगी कर चुके हैं। उस समय एक प्रज्ञा केंद्र से एक लाख रुपये और दूसरे से बीस हजार रुपए की निकासी कर अपराधी फरार हो गए थे।
अपराधियों ने शातिर तरीके से मोबाइल पर सिर्फ राशि आने का मैसेज भेजते हैं और पैसा लेकर फरार हो जाते हैं। जब बैंक का खाता चेक किया जाता है तो पैसा खाते में पहुंचता ही नहीं है। इस घटना के बाद से ही ग्रामीण सतर्क थे। इसी सतर्कता के कारण इस बार अपराधी को पकड़ने में सफलता मिली।