दुर्ग जिले में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के संविदा स्वास्थ्य कर्मियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल 17वें दिन भी जारी है। कर्मचारियों ने मंगलवार को अनोखे अंदाज में अपना विरोध दर्ज कराया। पीएम नरेंद्र मोदी, सीएम विष्णुदेव साय, स्वास्थ्य मंत्री श्याम बि
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इस दौरान मुखौटा पहने कर्मचारियों के सामने महिला कर्मचारियों ने तुम तो धोखेबाज हो, वादा कर के भूल जाते हो… तूने दिल पर चलाई छुरिया…जैसे गानों के साथ-साथ ही छत्तीसगढ़ी लोक नृत्यों, नाटकों, नुक्कड़ नाटकों और हिंदी गीतों के जरिए शासन-प्रशासन से अपनी मांगें पूरी करने की अपील की।
20 साल से संविदा कर्मियों का शोषण हो रहा
दुर्ग जिला अध्यक्ष डॉ. आलोक शर्मा ने कहा कि, 20 साल से संविदा कर्मियों का शोषण हो रहा है, जिसे अब और बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इनमें से 15 साल भाजपा की ही सरकार रही, लेकिन आज भी यहां के कर्मचारियों की स्थिति देश के अन्य राज्यों की तुलना में बेहद दयनीय है। शोषण की पराकाष्ठा हो चुकी है। अब कर्मचारी शासन के किसी भी दमन के आगे झुकने वाले नहीं हैं।
स्वास्थ्य मंत्री के बयान का किया खंडन
कर्मचारियों ने स्वास्थ्य मंत्री के उस बयान का भी खंडन किया, जिसमें कहा गया था कि एनएचएम कर्मचारियों की 10 सूत्री मांगों में से पांच मांगें मान ली गई हैं। हड़ताली कर्मचारियों ने इसे पूरी तरह भ्रामक और तथ्यहीन बताया। उनका कहना है कि सरकार केवल झूठे वादों से आंदोलन को कमजोर करने की कोशिश कर रही है, जबकि वास्तविकता यह है कि आज भी उनकी प्रमुख मांगें अधूरी हैं।