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- Manoj Jarange Protest Update; Mumbai Maratha Reservation | Devendra Fadnavis
मुंबई23 मिनट पहले
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मंगलवार को डॉक्टरों की टीम ने मनोज जरांगे का चेकअप किया।
बॉम्बे हाईकोर्ट ने मराठा आरक्षण आंदोलन के नेता मनोज जरांगे को मुंबई के अनशन स्थल आजाद मैदान पर 3 सितंबर की सुबह तक रुकने की अनुमति दे दी। इससे पहले अदालत ने मंगलवार दोपहर 3 बजे तक मैदान खाली करने को कहा था।
हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को भी फटकार लगाई। कहा कि प्रशासन ने उसके आदेशों को लागू क्यों नहीं किया। जबरन मैदान खाली कराने के लिए कदम क्यों नहीं उठाए।
अदालत ने कहा कि अगर बुधवार तक स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो वह कड़ा आदेश जारी करेगी और किसी भी हद तक जाएगी।
इस बीच महाराष्ट्र के मंत्री जरांगे से मिलने पहुंचे। इसके बाद उन्होंने कहा, “हम जीत गए हैं। अगर सरकार आरक्षण की मांगों पर जीआर (आदेश) जारी कर देती है तो वह आज रात 9 बजे तक मुंबई छोड़ देंगे।”

पाटिल बोले- एक हफ्ते में मुआवजा दिया जाएगा
मंत्री राधाकृष्ण विखे पाटिल ने दोपहर में समिति के अन्य सदस्यों शिवेंद्रसिंह भोसले, उदय सामंत, माणिकराव कोकाटे के साथ आजाद मैदान में जरांगे से मुलाकात की और समिति द्वारा तैयार किए गए मसौदे पर उनके साथ चर्चा की।
पाटिल ने बताया कि अब तक विरोध प्रदर्शनों के दौरान मरने वालों के परिजनों को उनकी शैक्षणिक योग्यता के हिसाब से एक हफ्ते के अंदर मुआवजा और सरकारी नौकरी दी जाएगी।
समिति ने जरांगे को बताया कि अब तक (मृतक प्रदर्शनकारियों के परिजनों को) 15 करोड़ रुपए की सहायता दी जा चुकी है और बाकी राशि एक हफ्ते के भीतर दे दी जाएगी।
जरांगे के वकील ने बुधवार का समय मांगा
जरांगे के वकील ने मुख्य न्यायाधीश श्री चंद्रशेखर और जस्टिस आरती साठे की बेंच से बुधवार दोपहर 11 बजे तक का वक्त मांगा। कहा कि शांतिपूर्ण ढंग से आंदोलन जारी है। लॉ एंड ऑर्डर नहीं बिगड़ेगा, इसकी जवाबदारी लेते हैं। इसके बाद अदालत ने जरांगे की मांग स्वीकार की और मामले की सुनवाई बुधवार दोपहर तक स्थगित कर दी।
मंगलवार को एक्टिंग चीफ जस्टिस (ACJ) श्री चंद्रशेखर और जस्टिस आरती साठे की बेंच ने दो बार सुनवाई की। बेंच ने जरांगे और उनके समर्थकों को मंगलवार दोपहर 3 बजे तक आजाद मैदान खाली करने के आदेश दिए थे। इसके बाद भारी संख्या में पुलिसबल मैदान पहुंचने लगा था। दोपहर 3 बजे के बाद मामले में दूसरी बार सुनवाई हुई।
बेंच ने कहा था- आपके प्रदर्शनकारी सड़क पर नाच रहे थे

कोर्ट ने जरांगे को फटकार लगाई
बॉम्बे हाईकोर्ट ने मंगलवार को मुंबई के आजाद मैदान में आमरण अनशन जारी रखने पर मराठा आंदोलन के नेता मनोज जरांगे को फटकार लगाई थी। कोर्ट ने जरांगे और सभी प्रदर्शनकारियों को आज दोपहर 3 बजे से पहले आजाद मैदान खाली करने का आदेश दिया था।
एक्टिंग चीफ जस्टिस (ACJ) श्री चंद्रशेखर और जस्टिस आरती साठे की बेंच ने कहा, ‘अगर 3 बजे तक आजाद मैदान खाली नहीं हुआ को प्रदर्शनकारियों पर कठोर जुर्माना, अदालत की अवमानना की कार्यवाही और अन्य कार्रवाई की जाएगी।’
ACJ ने कहा- ‘आप किसी हाईकोर्ट के जस्टिस को पैदल चलकर अदालत पहुंचने पर सिर्फ इसलिए मजबूर नहीं कर सकते क्योंकि आपके प्रदर्शनकारी सड़क पर नाच रहे थे। हम राज्य सरकार से भी जानना चाहते हैं कि वह क्या कर रही थी?’
जरांगे 29 अगस्त से पिछड़ा वर्ग (OBC) श्रेणी के तहत सरकारी नौकरियों और शिक्षा में मराठा समुदाय को 10% आरक्षण देने की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर हैं। आज उनके आमरण अनशन का 5वां दिन है। सोमवार से जरांगे ने पानी पीना भी बंद कर दिया है।

कोर्ट रूम लाइव…
ACJ चंद्रशेखर : प्रदर्शन में 5 हजार से ज्यादा लोग शामिल न हों, इसके लिए आपने क्या कदम उठाए?
एडवोकेट मानेशिंदे : आगे से ध्यान रखेंगे, माई लॉर्ड।
ACJ चंद्रशेखर : नहीं, हम अभी जानना चाहते हैं कि जब आपको पता चला कि 1 लाख से ज्यादा लोग मुंबई पहुंच गए हैं, तो आपने क्या कदम उठाए?
एडवोकेट मानेशिंदे : सभी गाड़ियां मुंबई से निकल चुकी हैं और कुछ नवी मुंबई के खारघर में खड़ी हैं।
ACJ चंद्रशेखर : क्या वे (प्रदर्शनकारी) वहां से चले गए हैं?
एडवोकेट मानेशिंदे : नहीं सर, जरांगे अभी भी वहीं हैं। उन्होंने प्रदर्शन की समयावधि बढ़ाने के लिए आवेदन किया है। बाकी लोग जा चुके हैं।
ACJ चंद्रशेखर : यह क्या है? बस इस उम्मीद में कि आपके आवेदन पर कोई आदेश पारित हो जाएगा, आप वहां बैठे नहीं रह सकते। हम साफ-साफ बता रहे हैं, उनको वहां से तुरंत हटना होगा। आज दोपहर 3 बजे के बाद, कोई भी वहां नहीं होना चाहिए। जरूरत पड़ी को हम किसी को भेजेंगे या खुद सड़कों और धरनास्थल पर जाकर देखेंगे कि सभी लोग वहां से चले गए हैं।

मराठा आंदोलन से जुड़े पल-पल के अपडेट्स के लिए नीचे लाइव ब्लॉग से गुजर जाइए…
अपडेट्स
23 मिनट पहले
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राज्य के मंत्री मनोज जारंगे से मिलने पहुंचे
10:03 AM2 सितम्बर 2025
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मराठा आरक्षण आंदोलन: बॉम्बे हाईकोर्ट में अब कल सुनवाई
मराठा आरक्षण को लेकर जारी याचिका पर बॉम्बे हाईकोर्ट ने सुनवाई बुधवार तक स्थगित कर दी। अदालत ने यह फैसला आंदोलनकारी नेता मनोज जरांगे पाटिल की ओर से पेश हुए वरिष्ठ वकील सतीश मानेशिंदे के अनुरोध पर लिया। मानेशिंदे ने अदालत से कहा कि पिछली कार्यवाही में दिए गए आदेशों के अनुपालन को लेकर रिपोर्ट दाखिल करने के लिए समय चाहिए। इसके बाद अदालत ने मामले की सुनवाई बुधवार तक टाल दी।
09:55 AM2 सितम्बर 2025
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आजाद मैदान खाली कराने पहुंची पुलिस
बॉम्बे हाईकोर्ट के आदेश के बाद डीसीपी जोन 1, प्रवीण मुंडे और अन्य पुलिस अधिकारी आजाद मैदान पहुंचे ताकि इलाके को खाली कराया जा सके। मराठा आरक्षण आंदोलन के कार्यकर्ता मनोज जरांगे पाटिल यहां अनशन पर बैठे हैं और उनके समर्थक भी मौजूद हैं।
आज सुबह मुंबई पुलिस ने पाटिल को नोटिस जारी किया था, जिसमें कहा गया था कि उन्होंने अदालत और पुलिस की तय की गई शर्तों का उल्लंघन किया है। आजाद मैदान पुलिस ने उनकी कोर कमेटी को नोटिस जारी कर जल्द से जल्द मैदान खाली करने का निर्देश दिया।
09:50 AM2 सितम्बर 2025
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जरांगे पाटिल के आंदोलन पर बॉम्बे हाईकोर्ट में फिर सुनवाई शुरू
बॉम्बे हाई कोर्ट में मनोज जरांगे पाटिल के आंदोलन पर दोपहर 3 बजे से एक बार फिर सुनवाई शुरू हुई। जरांगे पक्ष के वकील सतीश मानेशिंदे ने कहा- “हमे कल 11 बजे तक का समय दें। आंदोलनकारी शांति पूर्ण तरीके से आंदोलन कर रहे हैं।”
09:45 AM2 सितम्बर 2025
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भाजपा ने गांधी का हवाला देकर जरांगे से आंदोलन रोकने की अपील की
भाजपा ने मंगलवार को जरांगे से अपना आंदोलन वापस लेने की अपील की। पार्टी ने महात्मा गांधी का हवाला देते हुए कहा कि जरूरत पड़ने पर आंदोलन रोक देना चाहिए।
महाराष्ट्र भाजपा के मुख्य प्रवक्ता केशव उपाध्याय, ‘हर आंदोलन को सफल होने के लिए कुछ बदलावों की जरूरत होती है। कभी-कभी, इसे कुछ समय के लिए रोकना पड़ता है।’
उपाध्याय ने कहा, ‘महात्मा गांधी ने भी कई बार अपने आंदोलन रोक दिए थे। आपने मराठा समुदाय के दर्द को समाज के सामने लाया है, और समुदाय को पहले ही 10% आरक्षण दिया जा चुका है।’
09:27 AM2 सितम्बर 2025
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DCP और अन्य पुलिस अधिकारी आजाद मैदान खाली कराने पहुंचे
मुंबई जोन-1 के DCP प्रवीण मुंडे और अन्य पुलिस अधिकारी आजाद मैदान को खाली कराने पहुंच गए हैं। मराठा आरक्षण आंदोलन के नेता मनोज जरांगे यहां भूख हड़ताल पर हैं। भारी संख्या में उनके समर्थक भी यहाँ मौजूद हैं।
आज सुबह, मुंबई पुलिस ने पाटिल को कोर्ट और विरोध प्रदर्शन के लिए पुलिस की शर्तों का उल्लंघन करने के आरोप में नोटिस जारी किया था। आजाद मैदान पुलिस ने उनकी कोर कमेटी को नोटिस जारी कर जल्द से जल्द आजाद मैदान खाली करने को कहा था।
09:22 AM2 सितम्बर 2025
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मराठा प्रदर्शनकारियों को CSMT परिसर तुरंत खाली करने का निर्देश
न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, अधिकारियों ने बताया कि बॉम्बे हाईकोर्ट के आदेश के बाद सुरक्षाकर्मियों ने मराठा प्रदर्शनकारियों से मुंबई में छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (CSMT) परिसर तुरंत खाली करने को कहा है।
09:18 AM2 सितम्बर 2025
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जरांगे के वकील बोले- प्रदर्शनकारियों ने मुंबई से गाड़ियां हटाईं
जरांगे की ओर से पेश एडवोकेट सतीश मानेशिंदे ने बॉम्बे हाईकोर्ट से मुंबई की सड़कों पर प्रदर्शनकारियों के कारण हुई असुविधा के लिए माफी मांगी।
मानेशिंदे ने बताया कि प्रदर्शनकारियों की गाड़ियां मुंबई से निकल चुकी हैं और कुछ अब नवी मुंबई के खारघर में एक जगह पर खड़ी हैं।
09:17 AM2 सितम्बर 2025
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जरांगे बोले- चाहे जान चली जाए, आजाद मैदान नहीं छोड़ूंगा
दूसरी तरफ, जरांगे ने मंगलवार को कहा, ‘जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं हो जातीं, आजाद मैदान नहीं छोड़ेंगे, फिर चाहे जान ही क्यों न चली जाए।’ मुंबई पुलिस ने भी आज जरांगे और उनके समर्थकों को आजाद मैदान खाली करने का नोटिस जारी किया है।
आज सुबह डॉक्टरों की एक टीम मैदान पहुंची और जरांगे का चेकअप किया। पुलिस का कहना है कि आंदोलनकारियों ने प्रदर्शन से पहले तय की गई शर्तों और बॉम्बे हाईकोर्ट के दिशा-निर्देशों का उल्लंघन किया है। हमने 7-8 लोगों पर केस भी दर्ज किया गया है।
09:16 AM2 सितम्बर 2025
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1 सितंबर: ट्रैफिक जाम के कारण पैदल चलकर कोर्ट पहुंचे थे जज
सोमवार को जरांगे के समर्थकों ने छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (CSMT) रेलवे स्टेशन कैंपस को खेल के मैदान में बदल दिया था। वे सड़क पर कबड्डी, खो-खो और कुश्ती खेलते नजर आए थे। कुछ प्रदर्शनकारी क्रिकेट भी खेले थे। इससे ट्रैफिक जाम हो गया था। इसके कारण जस्टिस रवींद्र घुगे को इसी मामले में विशेष सुनवाई के लिए पैदल चलकर हाईकोर्ट आने के लिए मजबूर होना पड़ा था। जस्टिस रवींद्र घुगे और जस्टिस गौतम अनखड़ की बेंच ने कहा था कि प्रदर्शनकारियों ने उनकी कारों को कोर्ट आने से रोक लिया था। पूरी खबर पढ़ें…
09:15 AM2 सितम्बर 2025
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मराठा आरक्षण आंदोलन से जुड़ी 5 मांगें

09:15 AM2 सितम्बर 2025
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2023 से लेकर अब तक जरांगे का 7वां अनशन
29 अगस्त 2023 को जालना के अपने अंतरवाली साठी गांव में मराठों के लिए आरक्षण की मांग को लेकर पहली बार अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल की थी। तब से यह उनका 7वां विरोध प्रदर्शन है। जरांगे ने 2024 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों से पहले कई विरोध रैलियां और भूख हड़तालें की हैं।
20 फरवरी 2024 को एकनाथ शिंदे सरकार ने मराठों को 50% की सीमा से ऊपर 10% आरक्षण देने के लिए एक विधेयक पेश किया। इस साल जनवरी में भी राज्य सरकार की ओर से भाजपा विधायक सुरेश धास के हस्तक्षेप के बाद, जरांगे ने छठे दिन अपनी भूख हड़ताल समाप्त कर दी थी।
हालांकि, इससे पहले 5 मई 2021 को सुप्रीम कोर्ट ने मराठा आरक्षण देते समय 50% आरक्षण का उल्लंघन करने का कोई वैध आधार नहीं होने पर कॉलेजों, उच्च शिक्षण संस्थानों और नौकरियों में मराठा समुदाय के लिए आरक्षण को रद्द कर दिया था।
09:14 AM2 सितम्बर 2025
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2024: 10% आरक्षण मंजूर, कुनबी प्रमाणपत्र का प्रावधान
27 जनवरी 2024 को जारी नोटिफिकेशन से फैसला लिया गया कि मराठा समुदाय के वे सदस्य जिनकी पहचान ‘सगेसोयरे’ (कुटुंबिक संबंध) के आधार पर कुनबी जात में हो, उन्हें कुनबी प्रमाणपत्र प्रदान किया जाएगा।
फरवरी 2024 में महाराष्ट्र सरकार ने शैक्षणिक और सरकारी नौकरियों में मराठा समुदाय को 10% आरक्षण देने वाला कानून पारित किया। इस आरक्षण को लागू करने के लिए प्रारंभिक विधायी और प्रशासनिक प्रक्रियाएं पूरी की गईं।
26 फरवरी 2024 से यह आरक्षण कानून प्रभाव में आया, जिससे आरक्षण की प्रक्रिया शुरू हुई। 1 मार्च 2024 को इस आरक्षण के तहत लगभग 17 हजार पुलिस पदों की भर्ती में मराठा आरक्षण को शामिल किया गया।
आरक्षण की सटीकता तय करने के लिए 23 जनवरी 2024 को BMC ने मुंबई में 2.65 लाख घरों का सर्वेक्षण करवाया, जिससे यह स्थापित किया जा सके कि मराठा समुदाय वाकई सामाजिक और शैक्षणिक दृष्टि से पिछड़ा है।
09:13 AM2 सितम्बर 2025
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मराठा आरक्षण आंदोलन की टाइमलाइन
