दैनिक भास्कर के ऑपरेशन फर्जी दुल्हन में पुलिस ने आरोपियों पर मानव तस्करी और ठगी की धारा में मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया है। अब देश के 5 राज्यों बिहार, राजस्थान, यूपी, मध्य प्रदेश और दिल्ली तक फैले इस गैंग की कुंडली खंगाली जा रही है।
.
इसके लिए पुलिस की टेक्निकल टीम को लगाया गया है। पुलिस के हाथ लगे 7 मोबाइल सेट बड़ा राज उगल सकते हैं। पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद सिमकार्ड चबाने वाली फर्जी दुल्हन भी रडार पर है।
पुलिस हर सेट में लगे मोबाइल नंबर का सीडीआर निकाल रही है, जिसके बाद पूरा कनेक्शन सामने आ सकता है। पुलिस का दावा है, नेटवर्क बिहार की लड़कियों को पैसे की लालच में देश के अन्य राज्यों में बेचता था। लड़कियां ससुराल से जेवरात और अन्य कीमती सामान समेटकर फरार हो जाती थी। पुलिस आरोपियों को रिमांड पर लेकर भी पूछताछ कर सकती है।
चंपारण रेंज के डीआई हर किशोर राय फर्जी दुल्हन केस की मॉनिटरिंग करा रहे हैं।
डीआईजी कर रहे केस की मॉनिटरिंग चंपारण रेंज के डीआई हर किशोर राय फर्जी दुल्हन केस की मॉनिटरिंग करा रहे हैं। पुलिस की जिला इन्वेस्टिगेशन टीम के साथ मैनाटाड थाना की पुलिस के साथ टेक्निकल सेल जांच कर रही है। नरकटियागंज डीएसपी जयप्रकाश सिंह का दावा है, गैंग काफी शातिर हैं।
इसमें अली उर्फ राजू और नंद किशोर मास्टर माइंड की भूमिका में होते हैं। डीएसपी का कहना है कि अधिकारियों से उन्हें सूचना मिली थी कि पश्चिमी चंपारण में ऐसा नेटवर्क काम कर रहा है। इस पर पुलिस काम भी कर रही थी।

पुलिस ने प्रेस कांफ्रेंस कर पूरे मामले का खुलासा किया।
90 दिन में 1054 KM चलकर भास्कर रिपोर्टर ने किया एक्सपोज 90 दिनों में 1054 किलो मीटर की दौड़भाग के बाद दैनिक भास्कर की स्टेट इन्वेस्टिगेशन टीम ने फर्जी दुल्हन गैंग की एक एक कड़ी तक पहुंची। पहले यूपी का एजेंट बनकर गैंग के सदस्यों से एक एक कर डील की इसके बाद 6 लड़कों की शादी के लिए लड़कियां देखी।
गैंग ने ऐसी लड़कियों को दिखाया जाे पैसा पर शादी करती हैं, इसके बाद ससुराल में जाकर जेवरात और अन्य कीमती सामान समेटकर भाग जाती हैं। शादी और दुल्हन के भागने के बाद होने वाली कमाई में हमे 50 प्रतिशत कमाई का लालच भी दिया। भास्कर रिपोर्टर ने गैंग के सदस्याें का ऑफर स्वीकार किया। गैंग के सदस्यों ने हमें दुल्हन दिखाई और शादी का डेट 25 अगस्त को फाइनल कर दिया।
शादी के मंडप से हुई थी गिरफ्तारी दैनिक भास्कर रिपोर्टर तय समय पर 25 अगस्त को दुल्हा बनकर पहुंचे और पुलिस के जवान बाराती बनकर मंडप में पहुंच गए। दुल्हनों को गिरफ्तार करने के लिए महिला पुलिस कर्मी दूल्हे की बहन बनकर मंडप में पहुंची थी।
पंडित ने जैसे ही सिंदूरदान बोला बारातियों के भेस में पहुंचे पुलिस के जवान और दूल्हे की बहन बनकर पहुंची महिला सिपाहियों ने गैंग के सदस्यों को दबोच लिया। पुलिस ने 12 लोगों को गिरफ्तार किया है। अब गैंग के हर मेंम्बर की कुंडली खंगाली जा रही हैं।

महिला पुलिस कर्मी दूल्हे की बहन बनकर मंडप में पहुंची और फर्जी दुल्हनों को गिरफ्तार किया था।
डीएसपी का दावा-गैंग का हर सदस्य हो रहा स्कैन नरकटियागंज डीएसपी जयप्रकाश सिंह ने बताया कि वरीय अधिकारी को विशेष सूत्र से सूचना मिली थी, बगहा और बेतिया में फर्जी तरिके से शादी करने वाला गिरोह एक्टिव है। पुलिस को सटीक सूचना के बाद पूरी प्लानिंग हुई और मैनाटाड थाना क्षेत्र के बेलवा वाडी, राम पुरवा मंदिर में शादी के मंडप से ही गैंग के सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया गया।
विशेष जांच टीम की छापेमारी काफी सटीक और पूरी प्लानिंग के साथ थी, इसलिए पूरी गैंग गिरफ्त में आ गई।
अन्य आरोपियों के ठिकानों पर छापेमारी
पूछताछ में कई अहम सुराग हाथ लगे हैं। पुलिस सभी आरोपियों के घर और उनके ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। डीएसपी ने दावा कि, पूछताछ में यह पता चला है कि गिरोह का मास्टर माइंड मोहम्मद अली और कुसुम खातून हैं। कुसुम खातून ऐसी महिलाओं की तलाश करती है, जिनके पति या तो छोड़ दिए हैं या फिर वह विधवा हो गई हैं।
ऐसी महिलाओं को जाल में फंसाने के बाद गैंग के सदस्य लड़कियों की डील कर पहले उन्हें शादी के नाम पर बेंचते हैं, फिर वह ससुराल जाकर लूट कर भाग आती हैं।
मोटे रकम का लालच दिखाकर गैंग बनाई
महिलाओं को मोटे रकम का लालच दिखाकर वह अपने गैंग में शामिल कर ऐसा कराते हैं। महिलाओं की डीलिंग अली उर्फ राजू करता है। अली ऐसे लोगों को डील करता है जो एजेंट के रुप में काम कर रहे हैं। अली के गैंग में 12 से अधिक लोग जुड़े हैं जो इस नेटवर्क को आगे बढ़ा रहे हैं।
सिमकार्ड चबाने वाली दुल्हन की विशेष जांच पकड़े जाने पर सिमार्ड चबाने वाली नकली दुल्हन पुलिस के रडार पर है। पुलिस इसकी पड़ताल में जुटी है कि आखिर सिम में ऐसा क्या था जो पुलिस की गिरफ्त में आने के साथ वह उसे नष्ट करना चाहती है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि इस मामले सिम कार्ड को टेक्निकल टीम को दे दिया गया है।
वह इसकी जांच पड़ताल कर रही है। पुलिस का दावा है कि टेक्निकल टीम की जांच में पूरा मामला क्लीयर हो जाएगा कि आखिर महिला सिमकार्ड क्यों चबा रही थी।