वीआईटी चेन्नई में मनाया गया क्रिस्टल कनेक्शन्स एलुमनाई मीट 2025:  एलुमनाई एक्सीलेंस अवॉर्ड्स दिए गए, समारोह में कमल हासन शामिल हुए

वीआईटी चेन्नई में मनाया गया क्रिस्टल कनेक्शन्स एलुमनाई मीट 2025: एलुमनाई एक्सीलेंस अवॉर्ड्स दिए गए, समारोह में कमल हासन शामिल हुए


चेन्नई18 मिनट पहले

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चेन्नई के वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (VIT), ने 15 अगस्त 2025 (शुक्रवार) को आयोजित क्रिस्टल कनेक्शन्स एलुमनाई मीट में अपने पूर्व छात्रों को एलुमनाई एक्सीलेंस अवॉर्ड्स से सम्मानित किया।

इस समारोह में सिनेमा आइकन और सांसद डॉ. कमल हासन मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। वीआईटी के संस्थापक-कुलपति डॉ. जी. विश्वनाथन ने समारोह की अध्यक्षता की, जबकि वीआईटी के उपाध्यक्ष डॉ. जी.वी. सेल्वम ने सभी का स्वागत किया।

डॉ. कमल हासन ने अपने भाषण में कहा कि युवाओं को जिंदगी में असफलताओं का डटकर सामना करना चाहिए और सफलता की ओर बढ़ना चाहिए।

उन्होंने कहा, “हम शायद ही कभी एक आजादी की बात करते हैं-असफल होने की आजादी, जिसके बिना कोई नई खोज संभव नहीं है।

जो देश असफलता से डरता है, वह कभी अपनी असली ताकत नहीं जान पाता। भारत में असफलता को अक्सर जिंदगी भर की सजा की तरह देखा जाता है, और यही डर गरीबी से भी ज्यादा सपनों को खत्म करता है।”

समारोह में सिनेमा आइकन और सांसद डॉ. कमल हासन मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए।

समारोह में सिनेमा आइकन और सांसद डॉ. कमल हासन मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए।

उन्होंने बताया कि हर सफलता की कहानी के पीछे कई ऐसी असफलताएं होती हैं, जो लोग नहीं देखते। “जितना ज्यादा आप असफल होते हैं, उतना ही ज्यादा आप सीखते हैं।’’ उन्होंने कहा- ‘’अगर आजादी का कोई मतलब है, तो वह है बिना डर के गिरने और फिर उठने का हक’’।

स्टार्टअप्स का उदाहरण देते हुए डॉ. कमल हासन ने कहा कि हर 100 आइडियाज में से 90 पहले पांच साल में फेल हो जाते हैं। सिलिकॉन वैली में इसे अनुभव के तौर पर देखा जाता है, लेकिन भारत में इसे शर्मिंदगी समझा जाता है।

वीआईटी के संस्थापक और कुलपति डॉ. जी. विश्वनाथन ने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि उनका दृढ़ विश्वास है कि सिर्फ शिक्षा, खासकर उच्च शिक्षा, ही भारत को एक विकसित देश बना सकती है। उन्होंने कहा “हम सभी चाहते हैं कि भारत एक विकसित देश बने और यह सिर्फ उच्च शिक्षा और काम के अवसरों के साथ ही मुमकिन है”।

वीआईटी के वाइस-प्रेसिडेंट डॉ. जी.वी. सेल्वम ने अपने भाषण में कहा कि छात्रों को नौकरी ढूंढने के बजाय उद्यमी बनकर दूसरों को नौकरी देनी चाहिए। उन्होंने कहा, “जो लोग विदेश में रोजगार के लिए जाते हैं, मैं उनसे कहना चाहता हूं- वहां जाओ, सीखो, कमाओ और फिर अपने देश (भारत) वापस आकर इसकी सेवा करो। सीखो, कमाओ और लौट आओ। नौकरी ढूंढने वाले मत बनो, नौकरी देने वाले बनो। आपको दूसरों को नौकरी देनी चाहिए।”

इस समारोह में वीआईटी की उप-कुलपति डॉ. वी.एस. कंचना भास्करन, वीआईटी चेन्नई के प्रो-वाइस चांसलर डॉ. टी. त्यागराजन, डायरेक्टर डॉ. के. सत्यनारायणन, अतिरिक्त रजिस्ट्रार डॉ. पी.के. मनोहरन और वीआईटी एलुमनाई एसोसिएशन के इंस्टीट्यूशनल चेन्नई चैप्टर के प्रेसिडेंट डॉ. मनोजकुमार राजगोपाल ने भी हिस्सा लिया।

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