बाकारूमा रेंज के जंगल में हाथियों की निगरानी ड्रोन से की जा रही है
छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिला में साल भर हाथियों की मौजूदगी रहती है। जहां धरमजयगढ़ वन मंडल के जंगल में एक और हाथी शावक ने जन्म लिया है, जो विभाग के लिए अच्छी खबर है। वहीं मामले की जानकारी होने के बाद विभागीय अमला द्वारा ड्रोन से हाथी शावक की निगरानी की जा रह
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मिली जानकारी के मुताबिक बुधवार की सुबह करीब 3 बजे बाकारूमा रेंज के धवराभांठा बीट के जंगल में 12 हाथियों का दल विचरण कर रहा था। इसी दौरान एक मादा हाथी ने शावक को जन्म दिया।
सुबह जब हाथियों की ट्रैकिंग के लिए ट्रैकर जंगल में भ्रमण कर रहे थे। तभी कक्ष क्रमांक 107 के जंगल में उन्होंने खून के कई निशान और शावक के जन्म होने पर उनके उपर लगे झिल्ली नजर आए। ऐसे में ट्रैकरों ने मामले को भांफ लिया और तत्काल इसकी जानकारी विभाग के उच्चाधिकारियों को दी।
जंगल में ट्रैकिंग के दौरान हाथी शावक के जन्म होने की जानकारी हुई
दल को ड्रोन कैमरे से देखा गया ऐसे में ट्रैकरों ने जंगल में आसपास जांच किया और जब 12 हाथियों के दल की जानकारी हुई, तो ड्रोन कैमरे से उस दल को देखा। जिसके बाद पता चला कि दल में शावक ने जन्म लिया और अब उस झुंड में 12 की जगह 13 हाथी का दल हो गया है।
पास के जंगल में 27 हाथी का दल इसके बाद तत्काल SDO मकरलाल सिदार, रेंजर विष्णु प्रसाद मरावी, सर्किल प्रभारी देवेन्द्र ठाकुर, परिसर रक्षक कलाराम सुमन समेत अन्य स्टाप मौके पर पहुंचे और मौके का जायजा लिया। वहीं बताया जा रहा है कि ठीक उसी के पास के जंगल कक्ष क्रमांक 106 में 27 हाथियों का दल विचरण कर रहा है।