मुजफ्फरपुर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) एक बार फिर विवादों में है। कॉलेज के एंटी रैगिंग को-ऑर्डिनेटर पर हमले के मामले में 2023 बैच के छह छात्रों की पहचान हो चुकी है। इनमें तीन छात्र सिविल इंजीनियरिंग और तीन छात्र मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के बताए
.
नगर डीएसपी विनीता सिन्हा ने छात्रों और शिक्षकों से पूछताछ की। उन्होंने कहा मामले की बारीकी से जांच की जा रही है। कॉलेज प्रशासन और छात्रों से पूछताछ की गई है। किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। छह छात्रों के खिलाफ शिकायत दर्ज हुई है और सीसीटीवी फुटेज खंगाला जा रहा है। जांच पूरी होने के बाद सख्त कार्रवाई की जाएगी।
कॉलेज में पूछताछ करती पुलिस।
समितियों के स्तर से जांच कराई जा रही ब्रह्मपुरा थाना प्रभारी विजयलक्ष्मी ने बताया कॉलेज प्रशासन की ओर से दी गई शिकायत पर कार्रवाई की जा रही है। फिलहाल छह छात्रों की पहचान हुई है। जांच-पड़ताल पूरी होने के बाद कानूनी कदम उठाए जाएंगे। MIT प्राचार्य डॉ. एमके झा ने कहा घटना गंभीर है। इसकी जांच कॉलेज की विभिन्न समितियों के स्तर से कराई जा रही है। छात्रों को चेतावनी दी गई है कि अनुशासनहीनता और रैगिंग जैसी गतिविधियों में शामिल पाए जाने पर सख्त कार्रवाई होगी। शुक्रवार को AVH हॉल में काउंसिलिंग कर छात्रों को एंटी रैगिंग एक्ट और अनुशासन के नियम बताए गए हैं।
कॉलेज प्रशासन तत्परता नहीं दिखा रहा कॉलेज के कई शिक्षकों ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया। उनका कहना है कि रैगिंग और हमले की घटनाओं में कॉलेज प्रशासन तत्परता नहीं दिखा रहा। एक जांच पूरी होती नहीं कि दूसरी घटना सामने आ जाती है।
शिक्षक पर हमले जैसे गंभीर मामले में भी अब तक आंतरिक जांच शुरू नहीं की गई। इससे छात्रों का मनोबल बढ़ रहा है और कैंपस में डर का माहौल है। वहीं, फाइनल ईयर के कुछ छात्रों ने प्रशासन पर ही सवाल खड़े किए।
उनका कहना है जानबूझकर हमें बदनाम किया जा रहा है। कॉलेज प्रशासन ज्यादती करता है। रैगिंग के नाम पर छात्रों को जबरन दबाव में लाया जाता है और अनुशासनहीन ठहराया जाता है।
कैंपस में लगातार बढ़ रही घटनाएं हाल ही में 2024 बैच के छात्रों पर जूनियर्स को मैदान में बैठाकर रैगिंग करने का आरोप लगा था। अब 2023 बैच के छात्रों पर एंटी रैगिंग को-ऑर्डिनेटर पर हमला करने का आरोप है। लगातार घटनाओं से कैंपस में तनाव है और कॉलेज प्रशासन के लिए अनुशासन बनाए रखना चुनौती बन गया है।
फिलहाल पुलिस और कॉलेज प्रशासन की संयुक्त जांच जारी है। आने वाले दिनों में दोषी छात्रों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई तय मानी जा रही है।