झज्जर में ड्रेन टूटने से पानी खेतों में घुस गया।
हरियाणा के 5 जिलों में आज बारिश की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र चंडीगढ़ के मुताबिक पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, कुरूक्षेत्र और करनाल में बादल छाए रहने और कुछ स्थानों पर हल्की बारिश की संभावना है।
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सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, जींद, कैथल, भिवानी, चरखी दादरी, रोहतक, पानीपत, सोनीपत, झज्जर, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, गुरुग्राम, फरीदाबाद, मेवात और पलवल में मौसम पूरी तरह से साफ रहेगा। विभाग के मुताबिक 14 सितंबर तक मौसम ऐसा ही रहेगा।
प्रदेश में इस सीजन 45 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है। बाढ़ और जलभराव से 5 हजार 754 गांवों में नुकसान हुआ। इससे 3 लाख के करीब किसान प्रभावित हुए हैं। 18 लाख 66 हजार एकड़ फसल प्रभावित हुई।
सरकार ने किसानों को हुए नुकसान की भरपाई के लिए ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल खोला हुआ है, जिसमें किसान बारिश और जलभराव से हुए नुकसान का दावा कर रहे हैं।
2021 के बाद इस सीजन तेज बारिश हिसार स्थित हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. मदन खीचड़ ने बताया कि मानसून कमजोर पड़ता दिखाई दे रहा है। जिसके चलते चार दिनों तक कुछ स्थानों पर हल्की बूंदाबांदी को छोड़ दें, तो कहीं पर भी तेज बारिश की संभावना नहीं लग रही है।
उन्होंने बताया कि 2021 के बाद इस सीजन इतनी अधिक बारिश हुई है। साल 2021 में जुलाई-अगस्त में कम व सितंबर में तेज बारिश हुई थी, जबकि मौजूदा सीजन में जुलाई-अगस्त के साथ अभी तक सितंबर में भी तेज बारिश देखने को मिली है।

45 प्रतिशत अधिक हुई है बारिश हरियाणा में अब तक सामान्य से 45 प्रतिशत ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। 10 सितंबर तक औसतन 388.4 एमएम बारिश होनी चाहिए थी, लेकिन प्रदेश में 564.4 एमएम बारिश दर्ज की जा चुकी है। इस सीजन सबसे ज्यादा बारिश यमुनानगर में 1080.4 एमएम और महेंद्रगढ़ में 818.0 एमएम दर्ज की गई है, जबकि सबसे कम सिरसा में 346.6 और भिवानी में 369.4 एमएम बारिश दर्ज की गई।



