एमपी के 5 बड़े हादसे जिसमें श्रद्धालुओं की हुई मौत:  धार्मिक कार्यक्रम के दौरान कहीं भगदड़ मची, कहीं प्रशासनिक लापरवाही से गई जान – Madhya Pradesh News

एमपी के 5 बड़े हादसे जिसमें श्रद्धालुओं की हुई मौत: धार्मिक कार्यक्रम के दौरान कहीं भगदड़ मची, कहीं प्रशासनिक लापरवाही से गई जान – Madhya Pradesh News


मप्र में दुर्गा विसर्जन के दौरान गुरुवार को दो बड़े हादसों में 13 लोगों ने अपनी जान गवां दी। पहला हादसा उज्जैन के इंगोरिया में हुआ जहां एक बच्चे ने पुल पर खड़े ट्रैक्टर की चाबी घुमा दी थी जिससे ट्रैक्टर पुल की रेलिंग तोड़कर सीधे चंबल नदी में जा गिरा।

.

वहीं दूसरा हादसा खंडवा जिले के पंधाना के पास अर्दला गांव में हुआ। यहां देवी विसर्जन के लिए कच्चे पुल पर खड़ी ट्रैक्टर-ट्रॉली तालाब में पलट गई, जिससे उसमें सवार सभी लोग पानी में जा गिरे। हादसे में 8 बच्चियों समेत 11 लोगों की मौत हो गई। मप्र में धार्मिक आयोजन के दौरान पहले भी ऐसे हादसे हुए हैं जिसमें आम लोगों ने अपनी जान गंवाई हैं।

ये सभी हादसे लापरवाही, भीड़ नियंत्रण न होना और प्लानिंग की कमी की वजह से हुए। इसी साल प्रयागराज महाकुंभ से स्नान कर लौटने वाले मप्र के करीब दो दर्जन से ज्यादा श्रद्धालुओं की मौत हो गई तो 40 से ज्यादा घायल हो गए थे। सिलसिलेवार जानिए इन घटनाओं के बारे में….

कुएं में एक के बाद एक आठ लोग उतरे थे ये दर्दनाक हादसा 3 अप्रैल को खंडवा के कोंडावत गांव में हुआ था। गणगौर विसर्जन के लिए गांव के कुएं की सफाई के लिए अर्जुन नाम का शख्स सबसे पहले कुएं में उतरा था। जहरीली गैस से उसका दम घुटने लगा। लोग उसे बचाते इससे पहले ही वह दलदल में समा गया। उसे बाहर निकालने के लिए 7 और लोग नीचे उतरे और जहरीली गैस के कारण बेसुध होने से दलदल में धंस गए।

जब तक उन्हें बाहर निकाला जाता सभी की जान जा चुकी थी। रेस्क्यू के लिए एसडीईआरएफ की टीम को बुलाया गया था। जब टीम यहां पहुंची तो कुएं में कोई शख्स दिखाई नहीं दिया। जहरीली गैस के कारण कोई भी जवान कुएं में नहीं उतरा। इसी दौरान देसी तरीके से कुएं के भीतर शव निकालने वाली मांजरी को डाला गया। मांजरी की सहायता से एक-एक कर सभी शव बाहर निकाले गए थे।

एक साथ आठ लोगों की चिताएं जली करीब 3 घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद सभी 8 शव कुएं से बाहर निकाले गए थे। जिला अस्पताल में पोस्टमॉर्टम के बाद 4 अप्रैल की सुबह साढ़े आठ बजे सभी शवों को अलग-अलग वाहनों से गांव लाया गया। गांव के मुक्तिधाम में ही इन सभी शवों का अंतिम संस्कार किया गया।

सुबह जब एक साथ आठ चिताएं जली तो मुक्तिधाम में मौजूद लोग अपने आंसू नहीं रोक सके। पिता को मुखाग्नि देने वाली बेटी का चेहरा देखकर सभी गमगीन हो गए थे। प्रशासन ने मृतकों के परिजन को 4-4 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी थी। इस घटना के बाद मौत के कुएं को तोड़कर उसे जमींदोज कर दिया गया था।

धीरेंद्र शास्त्री का जन्मदिन मनाने पहुंचे थे यूपी के श्रद्धालु ये हादसा 3 जुलाई को छतरपुर के गढ़ा गांव स्थित बागेश्वर धाम परिसर में हुआ था। दरअसल, बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री का 4 जुलाई को जन्मदिन मनाया जाता है। इसे मनाने के लिए देशभर से श्रद्धालु बागेश्वर धाम पहुंचे थे। उन्हीं में से यूपी के गोंडा जिले के मनकापुर गांव के रहने वाले श्यामलाल कौशल भी थे। वे अपने परिवार के 6 सदस्यों के साथ 2 जुलाई की रात बागेश्वर धाम पहुंच गए थे।

सांस्कृतिक कार्यक्रम रद्द किए श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए अस्थाई इंतजाम के तौर पर टेंट बनाए गए थे। तीन जुलाई की सुबह सात बजे की आरती के बाद अचानक बारिश शुरू हो गई। बारिश से बचने के लिए श्रद्धालु टेंट के नीचे इकट्ठे हुए। इसी दौरान टेंट गिर गया। लोहे का एंगल सिर में लगने से श्यामलाल कौशल की मौके पर ही मौत हो गई जबकि आठ लोग घायल हो गए। इस हादसे के बाद बागेश्वर धाम के सांस्कृतिक कार्यक्रम रद्द कर दिए गए थे।

गुरु पूर्णिमा मनाने आए थे श्रद्धालु ये हादसा गुरु पूर्णिमा( 10 जुलाई) के आयोजन से दो दिन पहले 8 जुलाई को हुआ था। बागेश्वर धाम में गुरु पूर्णिमा के आयोजन के लिए यूपी से आए श्रद्धालु ढाबे में सोए थे। रात करीब तीन ढाबे की दीवार दीवार ढह गई। मलबे में दबने से यूपी के मिर्जापुर जिले के अदलहाट गांव की अनिता खरवार की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 12 लोग घायल हो गए।

इनमें 9 लोग यूपी, एक उत्तराखंड और दो पश्चिम बंगाल के थे। इनमें से 4 घायलों को ग्वालियर रेफर किया गया था। इस घटना के बाद कथावाचक पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने अपने अनुयायियों से अपील की थी कि वे बागेश्वर धाम न आए और गुरु पूर्णिमा पर घर पर रहकर ही पूजा करें।

अव्यवस्थाओं की वजह से श्रद्धालुओं की गई जान

मप्र के सीहोर के नजदीक पंडित प्रदीप मिश्रा के कुबेरेश्वर धाम में हर साल सावन के महीने में कांवड़ यात्रा निकाली जाती है। इस साल भी तीन दिन का आयोजन किया गया था। इसमें करीब 5 लाख श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया। इस दौरान न तो आयोजकों की तरफ से पुख्ता व्यवस्थाएं की गई न ही प्रशासन ने इस तरफ ध्यान दिया। इसका नतीजा ये हुआ कि तीन दिन में अलग-अलग वजहों से 7 श्रद्धालुओं की मौत हुई।

5 अगस्त को पहले दिन रुद्राक्ष वितरण के दौरान भगदड़ मची जिसमें दो महिलाओं की मौत हो गई, जबकि 10 से ज्यादा लोग घायल हो गए। इसके बाद 6 अगस्त को कांवड़ यात्रा के दिन तीन और श्रद्धालुओं की मौत हुई। इनमें गुजरात के रहने वाले चतुर सिंह, हरियाणा के ईश्वर सिंह और फिरोजाबाद यूपी की संगीता गुप्ता शामिल थीं। इनकी मौत के लिए भी अव्यवस्थाओं को जिम्मेदार ठहराया गया।

कुबेरेश्वरधाम में कांवड़ यात्रा के दौरान उमड़ी भीड़ और दो महिलाओं की मौत।

कुबेरेश्वरधाम में कांवड़ यात्रा के दौरान उमड़ी भीड़ और दो महिलाओं की मौत।

पंडित प्रदीप मिश्रा ने मौतों पर दुख जताया तीसरे दिन यानी 7 अगस्त को दो और श्रद्धालु, यूपी के उपेंद्र और रायपुर के दिलीप सिंह की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। इनमें से एक की मौत कुबेरेश्वर धाम परिसर में अचानक चक्कर खाकर गिरने से हुई, जबकि दूसरा एक होटल के सामने खड़े-खड़े गिर पड़ा। इन घटनाओं ने आयोजन की अव्यवस्था और भीड़ प्रबंधन की कमी को और उजागर किया था।

पंडित प्रदीप मिश्रा ने इन मौतों पर दुख जताते हुए कहा था कि कुछ लोगों के प्राण चले गए, इसका मुझे बहुत दुख है। आपका यह परिवार और समिति हमेशा आपके साथ खड़ी है। उन्होंने श्रद्धालुओं से शांति और भक्ति के साथ यात्रा में शामिल होने की अपील की थी।

भारी बारिश की वजह से जर्जर हो गई थी दीवार ये हादसा रहली विधानसभा के शाहपुर में हुआ था। यहां स्थित हरदौल मंदिर के पास शिव पटेल नाम के शख्स ने भागवत कथा का आयोजन किया था। कथा 2 अगस्त से चल रही थी। 4 तारीख को रविवार का दिन था। सुबह से ही कथास्थल पर पार्थिव शिवलिंग का निर्माण कार्य चल रहा था। छुट्टी होने की वजह से शिवलिंग बनाने के लिए बड़ी संख्या में बच्चे आए थे।

बच्चे जहां बैठकर शिवलिंग बना रहे थे। उससे सटे मकान की दीवार अचानक ढह गई। इस हादसे में 9 बच्चों की मौत हो गई, जबकि 2 घायल हो गए। बच्चों की उम्र 8 से 15 साल के बीच थीं। सूचना मिलते ही मौते पर पहुंचे नगर परिषद के कर्मचारी, पुलिस और स्थानीय लोगों ने रेस्क्यू शुरू किया। जेसीबी से मलबा हटाकर शव और घायल बच्चों को बाहर निकाला गया।

कलेक्टर, एसपी पर गिरी थी गाज हादसे के बाद उसी दिन देर रात को सरकार ने सागर के तत्कालीन कलेक्टर और एसपी समेत तत्कालीन एसडीएम को हटा दिया गया था। इसके अलावा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शाहपुर में पदस्थ डॉ. हरिओम बंसल को भी निलंबित कर दिया गया था। सीएम डॉ. मोहन यादव ने सोशल मीडिया पर अधिकारियों को हटाने की जानकारी दी थी।

इसके अलावा शाहपुर नगर परिषद के सीएमओ धनंजय गुमास्ता और सब इंजीनियर वीर विक्रम सिंह को भी सस्पेंड कर दिया था। पुलिस ने जर्जर मकान के मालिक मुलू कुशवाहा और कथा का आयोजन कराने वाले शिव पटेल, संजीव पटेल के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की थी। इन तीनों को भी हिरासत में लिया था।

मंदिर के नीचे बावड़ी थी किसी को पता ही नहीं था ये हादसा इंदौर के पटेल नगर स्थित बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में हुआ था। रामनवमी के दिन यहां हवन का आयोजन किया गया था। जिस जगह पर हवन हो रहा था उसके नीचे एक पुरानी बावड़ी है ये किसी को पता नहीं था। इस बावड़ी को मंदिर प्रशासन ने ढंक दिया था।

हवन के दौरान श्रद्धालु इस बावड़ी के ऊपर बैठे थे। अचानक ये हिस्सा धंस गया और करीब 60 लोग बावड़ी में गिर गए। इस दौरान अफरातफरी मची। रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हुआ जो 25 घंटे तक चला। 20 से ज्यादा लोगों को बचाया गया लेकिन 36 लोगों की जान चली गई। इस घटना के बाद मंदिर को सील कर दिया था और घटना के बाद पूरा शहर गमगीन नजर आया था। दूसरे दिन मृतकों का अंतिम संस्कार किया गया था।

दो साल पहले हुए इस हादसे के बाद शहर ने मृतकों को नमन किया था।

दो साल पहले हुए इस हादसे के बाद शहर ने मृतकों को नमन किया था।

मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष के खिलाफ केस इस हादसे को लेकर मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष सेवाराम गलानी और सचिव मुरली सबनानी पर गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज किया गया था। वहीं इंदौर नगर निगम ने लापरवाही बरतने के आरोप में भवन अधिकारी परसराम अरोलिया और बिल्डिंग इंस्पेक्टर को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया था।

हादसे के दूसरे दिन मप्र के तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी इंदौर पहुंचे थे। उन्होंने अस्पताल पहुंचकर घायलों का हाल चाल जाना था। हादसे की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए गए थे, लेकिन जांच रिपोर्ट सार्वजनिक न करने और दोषियों के खिलाफ कोई कार्रवाई न करने की वजह से हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका भी दायर की गी थी। हाईकोर्ट ने जांच रिपोर्ट पेश न करने पर प्रशासन को फटकार लगाई थी।



Source link

विज्ञापन बॉक्स (विज्ञापन देने के लिए संपर्क करें)

Related Post

आज का मौषम
Live Cricket
आज का राशिफल
लाइव शेयर मार्केट